पौष्टिक आहार की टोकरी देकर  स्तनपान करने के बारे में जानकारी दी

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हनुमानगढ़ टाउन की भभुता सिद्ध कॉलोनी,वार्ड नं 26 में यूथ वीरांगनाओ द्वारा स्तनपान सप्ताह के तहत स्तन पान करने वाली चार महिलाओं को पौष्टिक आहार की टोकरी देकर  स्तनपान करने के बारे में जानकारी दी । इस मौके पर यूथ वीरांगना मीनाक्षी ने इस विषय पर जानकारी देते हुए कहा कि बदले दौर में महिलाओं के कामकाजी होने के कारण बच्चों के स्तनपान करवाने के लिए समय कम निकलती है, जिससे बच्चों में मां के दूध की कमी की वजह से संक्रमण और हड्डियां संबंधी बीमारियों का सामना करना पड़ता है ।

इसलिए स्तनपान के लिए जागरूकता होना अत्यंत आवश्यक है   मां का दूध न मिलने पर बच्चों में कुपोषण, सूखा रोग की सम्भावना बढ़ जाती है व स्तनपान करने से स्तन कैंसर की संभावना नहीं रहती । मां को तनाव कम होता है, बच्चों के साथ मजबूत रिश्ता बनता है, मां का दूध पीने वाले बच्चों का विकास तेजी से होता है स्तनपान करने में उनकी कसरत होती है जिससे बच्चों के दांत और मसूड़े मजबूत होते हैं व मन को तनाव कम रहता है ।

यूथ वीरांगना एशेनाय ने स्तनपान सप्ताह दिवस का उद्देश्य बताते हुए कहा कि महिलाओं को स्तनपान एवं कार्य को दृढ़ता पूर्ण एक साथ करने का समर्थन देता है । साथ ही कामकाजी महिलाओं को उनके स्तनपान संबंधी अधिकार के प्रति जागरूकता प्रदान करता है, उन्होंने कहा कि महिलाओं को स्तनपान के महत्व पर विस्तार से बताया कि मां का पहला दूध खीस सबसे सुरक्षित होता है । इसके बारे में माताएं अनजान है ।शिशु को पहले छः महीने तक केवल स्तनपान की करवाया जाना चाहिए, क्योंकि मां के दूध में प्राप्त पोषण होता है। शिशु की जरूरत के अनुसार मां के दूध में पानी की भी उपयुक्त मात्रा होती है क्योंकि इस दूध में दस में से नो हिस्से पानी होता है शिशु को प्यास लगने पर मां का दूध देना ही फायदेमंद होता है, क्योंकि यह बाहरी पानी से साफ एवं सुरक्षित भी होता है । इस मौके पर मुख्य अतिथि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता उषा डोडा, यूथ वीरांगना रीमा, दीक्षा, मीनाक्षी,एशेना आदि उपस्थित रही ।

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