हनुमानगढ़। राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय हनुमानगढ़ को राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय में क्रमोन्नति के लिए हनुमानगढ़ के व्यापारी वर्ग ने राजस्थान प्राइवेट कॉलेज एसोशिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष तरूण विजय के नेतृत्व में चल रहे अभियान को एकजुट होकर मजबूती से समर्थन दिया है। इस अवसर पर शहर के प्रमुख व्यापारियों ने संस्कृत विद्यालय की क्रमोन्नति के पक्ष में अपने विचार व्यक्त किए और इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर अपना समर्थन व्यक्त किया। तरुण विजय ने कहा, ष्निर्धन, जरूरतमंद और वंचित वर्ग के बच्चों को निशुल्क उच्च माध्यमिक स्तर तक शिक्षा प्रदान करना हमारे समाज की एक बड़ी आवश्यकता है।
यह विद्यालय 2007 से उच्च माध्यमिक स्तर पर क्रमोन्नत होने की प्रतीक्षा कर रहा है, और इस संबंध में कई बार प्रस्ताव भी भेजे जा चुके हैं, संस्कृत विद्यालय को वरिष्ठ उपाध्याय स्तर तक क्रमोन्नत करने से इन बच्चों को कक्षा 8 के बाद संस्कृत विषय की बेहतर शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा, जो उनकी भविष्य की संभावनाओं को उज्ज्वल बना सकता है। फुडग्रेन व्यापार मण्डल के उपाध्यक्ष कुलभूषण जिंदल ने अपने विचार रखते हुए कहा, ष्संस्कृत हमारी सबसे प्राचीन भारतीय भाषा है और यह हमारी सभ्यता और संस्कृति का प्रतीक है। संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने और इसे वरिष्ठ उपाध्याय स्तर तक क्रमोन्नति से हमारे बच्चों को न केवल लाभ मिलेगा, बल्कि वे अपनी सांस्कृतिक धरोहर से भी जुड़ सकेंगे। अतरू राज्य सरकार इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर संवेदनशीलता का परिचय देते हुए छात्रहित में इस विषय पर विचार करे और हमारे इस संस्कृत विद्यालय को उच्च माध्यमिक स्तर
तक क्रमोन्नत करे। व्यापार मंडल अध्यक्ष प्यारेलाल बंसल ने कहा कि संस्कृत विद्यालय की क्रमोन्नति से हनुमानगढ़ के बच्चों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्राप्त होगी और वे अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़े रहेंगे। फ़ूडग्रेन व्यापार मंडल अध्यक्ष राजेंद्र गर्ग नीटा ने कहा कि हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय के लिए रखी गई इस जायज मांग की लगातार उपेक्षा की गई है। अब समय आ गया है कि इस उपेक्षा का अंत हो और इस महत्वपूर्ण विद्यालय को उच्च माध्यमिक स्तर पर क्रमोन्नत किया जाए। बीरबल जिंदल ने कहा कि विद्यालय के वरिष्ठ उपाध्याय स्तर तक क्रमोन्नत होने से देवभाषा संस्कृत को बढ़ावा मिलेगा। संस्कृत भाषा हमारे सांस्कृतिक और शैक्षिक धरोहर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
इस समर्थन के साथ, हनुमानगढ़ के व्यापारी वर्ग ने स्पष्ट कर दिया है कि वे शिक्षा और संस्कृत भाषा के प्रसार के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने स्थानीय प्रशासन और सरकार से अपील की है कि वे जल्द से जल्द इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर ध्यान दें और राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय हनुमानगढ़ को राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय में क्रमोन्नति करें। यह सामूहिक प्रयास न केवल हनुमानगढ़ के शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाएगा, बल्कि समाज के उन वर्गों को भी सशक्त बनाएगा जो अब तक शिक्षा से वंचित रहे हैं। संस्कृत भाषा के महत्व को समझते हुए, व्यापारी वर्ग का यह समर्थन एक महत्वपूर्ण कदम है जिसे सराहा जाना चाहिए। इस मौके पर तरुण विजय, मनोज बड़सीवाल, व्यापार मंडल अध्यक्ष प्यारेलाल बंसल, फ़ूडग्रेन व्यापार मंडल अध्यक्ष राजेंद्र गर्ग नीटा, सुरेंदर बलाड़िया, कुलभूषण जिंदल, बीरबल जिंदल, मनमोहन गर्ग, अनिल बंसल, रमेश जिंदल, धर्मवीर जिंदल, संदीप मित्तल, हिमांशु जिंदल, राजेश जिंदल, राजेन्द्र कुलड़िया, गौरव ढूढाणी , गोपाल कृष्ण जिंदल, महेश गोदारा, गौरव सिंह, सुखविंदर सिंह बब्बू सहित अन्य व्यापारी मौजूद थे।
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