गायिका प्रांजल दहिया ने स्टेज पर आते ही बांधा समां

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हनुमानगढ़। मेरा बालम थानेदार, चलावे जिप्सी…। गायिका प्रांजल दहिया ने स्टेज पर आते ही जैसे इस गाने पर ठुमके लगाए तो एसकेडी विश्वविद्यालय में मौजूद हजारों लोग खुशी से झूम उठे। मौका था श्रीखुशालदास विश्वविद्यालय में आयोजित ग्लैक्सी एसकेडी स्टार नाईट कार्यक्रम का। गायिका प्रांजल दहिया की एक झलक पाने के लिए युवा देर रात तक एसकेडी कैम्पस में जुटे रहे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अतिरिक्त जिला कलक्टर उम्मेदीलाल मीणा, नगरपरिषद सभापति सुमित रणवां, भाजपा जिलाध्यक्ष देवेन्द्र पारीक, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. पारस जैन, डॉ. रेणु सेतिया, समाजसेवी देवेन्द्र अग्रवाल थे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता गुरू गोबिन्द सिंह चौरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष बाबूलाल जुनेजा ने की। कार्यक्रम की शुरूवात विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों गणेश वंदना के साथ की, जिसके पश्चात विद्यार्थियों ने हिन्दी, पंजाबी व राजस्थानी गीतों पर सांस्कृतिक छटा बिखेरकर खूब तालिया बटौरी। कार्यक्रम को सबोधित करते हुए अतिथियों ने कहा कि विश्वविद्यालय में ऐसे आयोजनों से विद्यार्थियों की प्रतिभा निखरती है। उन्होने कहा कि जीवन में संघर्ष की एकमात्र सफलता का रास्ता है। विद्यार्थियों को असफलता से प्रेरणा लेकर सफलता की और निरन्तर दृढ़ निश्चय व लक्ष्य निर्धारित कर प्रयास करने का आह्वान किया। कार्यक्रम में मशहूर गायक कुनाल बोजेवार ने सुरीली आवाज में फिल्मी गीतों की प्रस्तुति देकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। कुनाल बोजेवार की मधुर धुनों पर झूमने पर मजबूर हो गए। कुनाल बोजेवार ने लोगों के बीच जाकर लाल मेरी रिखयो सदा झुल्लेलाल………. दोस्ती के नाम यारा तेरी यारी को मैने तो खुदा माना……………चल छईया छईया…….. सहित अन्य गीतों पर प्रस्तुती देकर लोगों को नाचने व झूमने पर मजबूर कर दिया। जैसे ही गायिका प्रांजल दहिया ने 52 गज का दामन…गाना शुरू किया तो तेज शोर के साथ लोग प्रांजल के पास पहुंचने के लिए बेताब हो गए।

जगमग एसकेडी कैम्पस के मैदान में आकर्षक मंच के चारों ओर बच्चे और महिलाएं जमकर थिरके। रात 11 बजे मंच पर पहुची प्रांजल ने एक के बाद बेहतर गानों की प्रस्तुतियों से लोगों को झुमाती रहीं। फिर प्रांजल ने जब बेबी तेरे मेरो बालम थानेदार, चलावे जिप्सी……..शुरू किया तो लोगों ने फिर प्रांजल का धन्यवाद अनोखे अंदाज में किया और खूब शोर मचाया। प्रांजल ने भी किसी को निराश नहीं किया और जिन्हें घंटों इंतजार करना पड़ा था, वह प्रांजल की परफार्मेंस से बेहद खुश दिखे। कार्यक्रम में प्रांजल ने कई गानों से सभी का दिल जीत लिया. जैसे ही प्रांजल कोई गाना गाकर रुक जातीं तो मैदान में वंस मोर, वंस मोर…का शोर सुनाई देने लगता था।

आयोजन के दौरान पुलिस सुरक्षा के चाक चौबंद प्रबंधक रहे, जिससे कार्यक्रम सफलतापूर्ण सम्पन्न हुआ। वहीं डांस और एक्टिंग और मॉडलिंग से हरियाणवी इंडस्ट्री में पहचान बनाने वाली प्रांजल दहिया ने एक से बढ़कर एक गीत सुनाए। उन्होंने दर्शकों की मांग पर मेरो बालम थानेदार चलावें जिप्सी.., थारी बीन पर नाचन आली छोरी कौनया मैं……., नंगडा कै व्याह दी………., उड़ जईये रे कबूतर उड़ जईये रे…, 52 गज का दामन पैर मटक के चालुंगी…, आदि गीतों पर प्रांजल दहिया व डांस ग्रुप के कलाकारों ने विभित्र गीतों पर नृत्य के जरिए दर्शकों पर अपनी गहरी छाप छोड़ी। कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय प्रबंधक समिति अध्यक्ष बाबूलाल जुनेजा, उपाध्यक्ष कृष्णा यादव, मैनेजिंग डायरेक्टर दिनेश जुनेजा, चैयरपर्सन वरूण यादव, सैनिक स्कूल के निदेशक गिरिश चावला, रजिस्टार चन्द्रप्रकाश राजोरिया ने अतिथियों का स्मृति चिन्ह देकर धन्यवाद ज्ञापित किया।

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