ओम बिरला लोकसभा के स्पीकर चुने गए हैं। प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने ध्वनि मत से उन्हें विजयी घोषित किया। पीएम नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी नए स्पीकर को आसंदी तक छोड़ने आए। इससे पहले पीएम मोदी ने ही उनके नाम का प्रस्ताव रखा था। पीएम ने कहा- ओम बिरला का अनुभव देश के काम आएगा। राहुल गांधी ने कहा- मुझे विश्वास है कि आप विपक्ष की आवाज दबने नहीं देंगे। बुधवार को लोकसभा स्पीकर पद के लिए चुनाव का गवाह बनी जो 1976 के बाद इस तरह का पहला मौका है।
कांग्रेस सदस्य कोडिकुनिल सुरेश को एनडीए के उम्मीदवार ओम बिरला के खिलाफ विपक्ष का उम्मीदवार बनाया गया था. स्वतंत्र भारत में लोकसभा स्पीकर पद के लिए केवल तीन बार 1952, 1967 और 1976 में चुनाव हुए. वर्ष 1952 में कांग्रेस सदस्य जी वी मावलंकर को लोकसभा स्पीकर के रूप में चुना गया था। लोकसभा स्पीकर पद पर चयन को लेकर सरकार और विपक्षी दलों के बीच सहमति नहीं बन पाई, जिस वजह से चुनाव की नौबत आ गई।
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केंद्र में पीएम मोदी के नेतृत्व में लगातार तीसरी बार एनडीए सरकार के गठन के बाद सरकार और विपक्ष के बीच यह पहला शक्ति प्रदर्शन था। इसलिए बीजेपी के रणनीतिकार अपने उम्मीदवार ओम बिरला को ज्यादा से ज्यादा सांसदों के समर्थन के साथ बड़ी जीत दिलवाने के मिशन में जुट गई थी और इसकी कमान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्वयं संभाल ली है।
श्री ओम बिरला 18वीं लोकसभा के अध्यक्ष चुने गए। pic.twitter.com/1JcOm7ghY2
— BJP (@BJP4India) June 26, 2024
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