मध्य प्रदेश के सीधी में मैजिक वॉइस ऐप्स के जरिए आवाज बदलकर 20 से ज्यादा आदिवासी महिलाओं से सीरियल दुष्कर्म का मामला सामने आया है। घटना के सामने आने पर शासन प्रशासन में हड़कंप मच गया। घटना की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एसआईटी को जांच सौंपी है। प्रशासन ने सनसनीखेज वारदात के मुख्य आरोपी बृजेश प्रजापति सहित चार आरोपी शामिल हैं।
पीड़ित छात्राओं के मुताबिक, आरोपी बृजेश प्रजापति छात्राओं से उनके मोबाइल पर आवाज बदलकर बात किया करता था। इसमें उसके साथ तीन और आरोपी भी शामिल थे। वह मैजिक वॉइस ऐप्स के जरिए उन्हें स्कॉलरशिप दिलान के लिए फॉर्म भरवाने के बहाने सुनसान जगह पर बुलाते थे।
वहां आरोपी उनके साथ रेप करते थे। आरोपी उनके मोबाइल से साथी छात्राओं के नंबर निकाल लेते थे, फिर वह उन्हें भी इसी तरह फंसाकर उनके साथ भी रेप की घटना को अंजाम देते थे। आरोपी बृजेश ने बताया कि उसने यूट्यूब पर इस एप के बारे में जाना था। मोबाईल में इसको डाउनलोड करके उन्होंने छात्राओं को फंसाया था।
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कैसे हुआ घटना का खुलासा
आरोपियों की हवस का शिकार हुईं चार आदिवासी छात्राओं ने पुलिस से शिकायत की थी। पुलिस ने छात्राओं की शिकायत पर मुख्य आरोपी ब्रजेश प्रजापति समेत राहुल प्रजापति , संदीप प्रजापति और लवकुश प्रजापति को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने सात आदिवासी छात्राओं के साथ रेप करने की बात को कुबूल किया।
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मैडम बनकर फोन करता था दरिंदा
बृजेश अर्चना मैडम बनकर महिला की आवाज में छात्राओं व युवतियों को फोन करता। वह छात्रा को छात्रवृत्ति, युवतियों को आवास तो महिलाओं को दूसरी योजना का लाभ देने का लालच देता। छात्राओं से कहता, वह घर में है और बेटे को उसे लेने बाइक से भेज रही है। सभी से पूछता वे कहां तक आ सकती हैं, इसके बाद आगे बेटा ले आएगा।
केंद्र सरकार को भेजा जाएगा प्रस्ताव
जानकारी के अनुसार, सीधी दुष्कर्म कांड के बाद पुलिस मुख्यालय मैजिक वॉइस एप पर रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार को एक प्रस्ताव भेजने वाला भेजने वाले है। इसके अलावा प्रदेश की साइबर सेल क्राइम में इस्तेमाल होने वाली बाकी वॉइस एप की भी जांच कर रहीहैं। जांच के बाद सरकार इन वॉइस एप को भी बंद कर सकती है। प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने इसके लिए विभागों को सख्त निर्देश दिए हैं।
सोशल मीडिया पर जमकर विरोध
आपको बता दें सीधी कांड को अबतक 5 दिन गुजर चुके हैं। अब सोशल मीडिया पर इस घटना का जमकर विरोध किया जा रहा है। #सीधी_हैवानों_को_फांसी_दो हैशटैग को ट्रेंड किया जा रहा है।
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