राजस्थान के जालोर में ग्रामीणों और पुलिसबलों के बीच भीषण झड़प की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल है। यह पूरा मामला जालोर ओडवाडा गांव का है। फिलहाल इस मामले में आज सुबह जोधपुर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। 29 लोगों की याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस विनीत माथुर की बेंच ने अतिक्रमण की कार्रवाई पर रोक लगाने का फैसला सुनाया।
इस झड़प का कारण है प्रशासन का वह आदेश जिसमें जालोर जिले के बाड़मेर रोड स्थित ओडवाडा गांव में 35 एकड़ चारागाह भूमि पर बने 140 से ज्यादा पक्के मकान हटाने को कहा गया है। आदेश के अनुसार पुलिस भारी फोर्स और जेसीबी के साथ गांव में मकान गिराने पहुंची लेकिन इसके विरोध में ग्रामीण सड़कों पर आ गए।
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इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कांग्रेस भी इस मामले पर सरकार को घेर रही है। राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘जालोर के ओडवाडा में उजड़ते आशियाने, बिलखते परिवार, महिलाओं से बर्बरता और पुलिस का क्रूर चेहरा। भाजपा के नये राजस्थान में आपका स्वागत है। शर्मनाक!’।
मेरी राजस्थान सरकार से #ओडवाड़ा_को_बचाओ मुद्दे से संबंधित निम्न मांगे है….
1. जहां तक संभव हो सभी परिवारों से निश्चित मुआवजा लेकर वहीं निवास करने के आदेश स्वीकृत किए जाए!
2. यदि किसी भी हाल में ओरण को कब्जामुक्त करना mandatory है तो सभी परिवारों के पुनर्वास की व्यवस्था की जाए।… pic.twitter.com/n4pouBhv13— Raghuveer Singh Rajpurohit 🇮🇳 (@RvSingh_IND) May 16, 2024
क्या है पूरा मामला?
स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक, ये मामला तब उठा जब दो भाईयों के बीच जमीन का विवाद हुआ। ये विवाद हाईकोर्ट पहुंचा तो ये बात सामने आई की ये सारी ही सरकारी जमीन है। बस फिर क्या था कोर्ट ने सरकारी जमीन पर अतिक्रमण को हटाने के निर्देश जारी कर दिए और वहां रहने वाले लोगों को तीन दिन का नोटिस दे दिया। वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों का कहना है की वह किसी भी तरह से इस जगह को खाली नहीं करेंगे। उनके घर यहां हैं वह कहां जाएंगे। स्थानीय लोगों का कहना है कि वो पिछले 80 सालों से यहां रह रहे हैं उनके मकान के पट्टे तक बन गए हैं।
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निशब्द…💔💔💔
आप इस बेटी की आवाज सुने @BhajanlalBjp#ओडवाड़ा_को_बचाओ pic.twitter.com/ys5XG30ymC— Najir Hussain نذیر حسین (@Najir_Hussain88) May 16, 2024
दो भाईयों की सजा 150 लोगों को क्यों?
ग्रामीणों का कहना है की दो भाईयों के विवाद की सजा गांव वालों को क्यों दी जा रही है। आज जब पुलिस फोर्स जेसीबी लेकर गांव में दाखिल हुए तो ग्रामीण सड़कों पर आ गए। जबरदस्त हंगामे के बीच पुलिस की ग्रामीणों से झड़प भी हो गई, जिसमें कई महिलाएं बेहोश हो गईं. हालांकि पुलिसकर्मी नहीं रुके। उन्होंने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पूरी करने के लिए लाठीचार्ज किया और ग्रामीणों को वहां से खदेड़ दिया।
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माननीय मुख्यमंत्री जी ये कैसा न्याय है? एक जिम्मेदार पुलिस अधिकारी (RPS) किस प्रकार महिला को धक्के मार रहा है इस पुलिस अधिकारी को तुरंत प्रभाव से निष्कासित किया जाना चाहिए। #ओडवाड़ा_को_बचाओ @DmJalore @RajPoliceHelp @JalorePolice @RajCMO @BhajanlalBjp @PMOIndia @HMOIndia @AmitShah pic.twitter.com/FiRkXP6c52
— Devraj Singh Mandani (@DevrajDeora_) May 17, 2024
लोगों का कहना है की वह पीढ़ीयों से यहीं रह रहे हैं। उनका जन्म यहीं हुआ है। वह कहां जाएंगे। घरों पर जेसीबी और बुल्डोजर चलता देख वहां महिलाएं बेसुध हो गईं। छोटी-छोटी बच्चियां बेघर होते ही चीखती चिल्लाने लगीं लेकिन पुलिस की कार्रवाई नहीं रुकी। जो लोग लाठीचार्ज के बाद भी विरोध करते दिखे उन्हें पुलिस ने पकड़कर वैन में डाल दिया। इस दौरान की कई तस्वीरें और वीडियो भी सामने आई हैं इसके बाद ये मामला राजस्थान में फिलहाल सुर्खियों में है।
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