Vaishakh Amavasya 2024: पितृ दोष से मिलेगी मुक्ति, वैशाख अमावस्या के दिन करें बस ये उपाय

ऐसी मान्यता है कि वैशाख माह की अमावस्या के दिन स्नान-दान आदि करने से पितरों का आशीर्वाद मिलता है और पापों से मुक्ति मिल जाती है।

0
403

Vaishakh Amavasya 2024: साल में कुल 12 अमावस्या तिथियां पड़ती हैं। इन्हीं में से एक है वैशाख माह की अमावस्या। ऐसी मान्यता है कि वैशाख माह की अमावस्या के दिन स्नान-दान आदि करने से पितरों का आशीर्वाद मिलता है और पापों से मुक्ति मिल जाती है। बीमारी पैदा करने वाले दोष दूर होते हैं और नकारात्मकता पीछा छोड़ देती है।

वहीं, इस दिन दान करने से घर में सुख-समृद्धि का वास बना रहता है। इसके अलावा, इस दिन पितरों के निमित्त पूजा करने से पितरों की कृपा मिलती है और घर का संकट दूर होता है। अगर आप भी इस दिन पूजा करना चाहते हैं तो जान लीजिए वैशाख अमावस्या के बारें में सबकुछ…

वैशाख अमावस्या कब है?
वैशाख माह की अमावस्या का 7 मई, दिन मंगलवार को सुबह 11 बजकर 41 मिनट पर होगा। वहीं, इसका समापन 8 मई, दिन बुधवार को सुबह 8 बजकर 51 मिनट पर होगा। यूं तो उदया तिथि के अनुसार, वैशाख अमावस्या 8 मई को पड़नी चाहिए लेकिन तिथि क्षय के कारण इस बार दोनों ही दिन वैशाख अमावस्या का योग बन रहा है।

ये भी पढ़ें: मैगी खाने के हैं शौकीन तो ट्राई करें ये 2 खास रेसिपीज, बच्चों की बन जाएगी फेवरेट

वैशाख अमावस्या दान स्नान का समय?
वैशाख अमावस्या चूंकि इस बार दो दिन है ऐसे में स्नान और दान दोनों दिन किये जा सकते हैं। जहां एक ओर 7 मई को स्नान-दान का समय शाम को 6 बजकर 8 मिनट से 6 बजकर 54 मिनट है। वहीं, 8 मई को सुबह 5 बजकर 12 मिनट से 6 बजकर 2 मिनट तक की अवधि में स्नान-दान कर सकते हैं। पितरों की पूजा का समय 7 मई दोपहर 12 बजे का है।

ये भी पढ़ें: Met Gala 2024 में छाया आलिया भट्ट का देसी लुक, देखें तस्वीरें

पितरों की कैसे करें पूजा
वैशाख अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ के नीचे तिल के तेल का दीपक जलाकर पीपल की 11 परिक्रमा करें। इसके अलावा, घर की दक्षिण दिशा में एक मुट्ठी तिल सरसों के तेल में भिगोकर रखें। दक्षिण दिशा पितरों की दिशा मानी जाती है। ऐसे में इस उपाय को करने से पितृ प्रसन्न होकर कृपा बरसाएंगे। साथ ही, पितृ दोष से भी मुक्ति मिलेगी। पितरों के आशीर्वाद से घर-परिवार में शुभता आएगी।

व्हाट्सऐप पर हमें फॉलो करें, लिंक नीचे
हमारे साथ व्हाट्सऐप पर जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें (We’re now on WhatsApp, Click to join)

ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, ऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।