क्या है सर्वाइकल कैंसर, इसके लक्षण? उम्र बढ़ने पर क्या करें महिलाएं, जानिए यहां हर सवाल का जवाब?

भारत में सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में होने वाला दूसरा सबसे बड़ा कैंसर है और कैंसर से होने वाली मौतों में दूसरी सबसे बड़ी वजह भी।

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सर्वाइकल कैंसर (cervical cancer) को लेकर चर्चा बजट की घोषणा के बाद से होने लग थी लेकिन अभिनेत्री पूनम पांडे के सर्वाइकल कैंसर के कारण अचानक हुई मौत की खबर ने सबके हैरान कर दिया है। हालांकि पूनम पांडे की मौत हुई है या नहीं इसकी अभी तक जानकारी परिवार की तरफ से नहीं आयी है क्योंकि उनके करीबियों से लेकर उनकी पीआर टीम, ड्राइवर, बॉडीगॉर्ड सबको इस बारें में कुछ नहीं पता। शाम होते-होते अब ये खबर अफवाह सी लगने लगी है हालांकि अभी तक मौत होने की खबर है।

खैर इस खबर के साथ सर्वाइकल कैंसर चर्चा में आ गया है। आज इस आर्टिकल में हम आपको इसके बारें में विस्तार से बताएं कि भारत में सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में होने वाला दूसरा सबसे बड़ा कैंसर है और कैंसर से होने वाली मौतों में दूसरी सबसे बड़ी वजह भी।

देश में सर्वाइकल कैंसर के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इस कैंसर के प्रति महिलाओं में जागरुकता की काफी कमी है। अगर आप ये आर्टिकल बढ़ रहे हैं तो हम चाहते हैं इसे आप आगे शेयर करें। सर्वाइकल कैंसर के लक्षण क्या होते हैं और किन जरूरी टेस्ट्स से इसका शुरुआत में ही पता लगाया जा सकता है जानिए सब यहां..

सर्वाइकल कैंसर क्या है?
शरीर के किसी भी हिस्से में कोशिकाओं का अनियंत्रित रूप से बढ़ना कैंसर है। जब यह कोशिकाएं सर्विक्स एरिया में बढ़ने लगती हैं तो सर्वाइकल की शुरुआत होती है। सर्विक्स एरिया यानी गर्भाशय का ऊपरी हिस्सा। इसे गर्भाशय ग्रीवा भी कहते हैं। यह शरीर का वह हिस्सा है, जो योनि यानी वेजाइना को गर्भाशय से जोड़ने का काम करता है।

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सर्वाइकल कैंसर कैसे होता है?
सर्वाइकल कैंसर एक वायरस के कारण होता है, जिसे HPV (Human Papillomavirus) कहते हैं। यह वायरस यौन संपर्क (वेजाइनल, एनल और ओरल) से फैलता है और कैंसर का कारण बन सकता है। शरीर में प्रवेश करने से लेकर कैंसर पैदा करने तक यह वायरस लंबा समय लेता है। सभी लोग अपने जीवन में कभी-न-कभी HPV वायरस के संपर्क में आते हैं। लेकिन हमारी बॉडी उससे लड़कर उसे खत्म कर देती है।

अगर किसी की इम्यूनिटी कमजोर है तो यह वायरस सर्विक्स एरिया की कोशिकाओं को कैंसरस कोशिकाओं में तब्दील कर देता है। यही आगे चलकर सर्वाइकल कैंसर बन जाता है। महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर का बड़ा कारण असुरक्षित और अनेक यौन संबंध बनाना है। सेक्शुअल कॉन्टैक्ट का दायरा जितना बड़ा होता है, HPV वायरस के संपर्क में आने की संभावना भी उतनी ज्यादा बढ़ जाती है।

सर्वाइकल कैंसर के लक्षण
यह कैंसर बहुत धीमी गति से बढ़ता है, इसलिए इसके लक्षण क्या हो सकते हैं इसके समझने में वक्त लग सकता है। लेकिन कुछ

  • कमर और पेट के निचले हिस्से में दर्द रहना
  • वेजाइना से खून या पानी आना
  • सेक्सुअल रिलेशन बनाने के बाद वेजाइना से ब्लीडिंग होना
  • पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग या फिर काफी दिनों तक ब्लीडिंग होना
  • वजन में बदलाव
  • पेट की दिक्कतें
  • लगातार थकान और कमजोरी रहना

सर्वाइकल कैंसर के बचाव 
एक्सपर्ट के मुताबिक, 21 से 65 साल तक की महिलाओं को समय-समय पर सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग जरूर करवानी चाहिए। हर तीन साल में एक बार Pap smears और पांच साल में एक बार Pap smears और HPV टेस्ट जरूर करवाएं। इसका कारण ये है कि यह कैंसर बहुत धीमी गति से सालों में विकसित होता है। इसलिए यदि कोई महिला रेगुलर स्क्रीनिंग करवा रही है तो यह कैंसर खतरनाक रूप लेने से पहले ही पकड़ में आ जाता है।

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क्या होता इन टेस्ट में
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. PapSmear टेस्ट में सर्विक्स एरिया की सेल्स लेकर उसकी टेस्टिंग की जाती है और यह देखा जाता है कि उनमें कोई असामान्य ग्रोथ तो नहीं है।

2. अगर PapSmear टेस्ट पॉजिटिव आता है तो अगला टेस्ट होता है HPV PapSmear, जो सर्विक्स सेल्स में HPV वायरस की मौजूदगी की शिनाख्त करता है। यह टेस्ट भी पॉजिटिव हो तो इसके बाद बायोप्सी की जाती है।

3. 30 वर्ष के बाद महिलाओं को नियमित रूप से PapSmear स्क्रीनिंग टेस्ट करवाना चाहिए। सर्वाइकल कैंसर खतरनाक और जानलेवा तभी बनता है, जब समय रहते पकड़ में न आए।

सरकार ने बजट में सर्वाइकल कैंसर को लेकर क्या घोषणा की है?
सरकार की तरफ से 9 से 14 साल की लड़कियों को सर्वाइकल कैंसर का मुफ्त टीका लगाया जाएगा। बड़े पैमाने पर होने वाला यह टीकाकरण अभियान सर्वाइकल कैंसर को पूरी तरह खत्म करने की शुरुआत है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) सर्वाइकल कैंसर को रोकने के लिए Cervavac नाम की वैक्सीन बनाएगा। यह वैक्सीन HPV के चारों वैरिएंट्स 16, 18, 6 और 11 से इम्यूनिटी प्रदान करेगी। इस वैक्सीन की कीमत 200-400 रुपये प्रति डोज होगी। अभी मार्केट में उपलब्ध सर्वाइकल वैक्सीन की कीमत 3000 से 5000 रुपये प्रति डोज है।

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