कल दोपहर 3 बजे होगा राजस्थान में मंत्रिमंडल का विस्तार, इन 11 नामों की चर्चा तेज

ब्राह्मण समाज को भी उम्मीद है कि मुख्यमंत्री के बाद समाज के एक-दो विधायक भी मंत्री बन सकते हैं। इसलिए संजय शर्मा, संदीप शर्मा, जेठानंद व्यास जैसे विधायक भी रेस में बने हुए हैं। 

0
297

Bhajan Lal Sharma Cabinet: राजस्थान में शनिवार को मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। दोपहर 3:15 बजे राज्यपाल कलराज मिश्र नए मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे। नामों पर सहमति बनाने को लेकर बुधवार देर रात तक मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ और प्रदेश सह प्रभारी विजया राहटकर के बीच लंबी बैठक हुई थी। बताया जा रहा है कि इस बैठक में लगभग सभी नाम फाइनल कर लिए गए हैं।

आपको बता दें, इससे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने 15 दिसंबर को पद और गोपनीयता की शपथ ली थी। उनके साथ ही दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा ने डिप्टी CM के रूप में शपथ ग्रहण की थी। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा समेत बीजेपी शासित कई राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए थे।

ये भी पढ़ें: साल 2024 में सरकार देगी बड़ा तोहफा, सुकन्या योजना समेत अन्य स्कीम में बढ़ाई ब्याज दरें

हमारे साथ व्हाट्सऐप पर जुड़ने के लिए क्लिक करें (We’re now on WhatsApp, Click to join)

इन नामों की चर्चा तेज
पूर्वी राजस्थान के सबसे कद्दावर नेताओं में शामिल डॉ. किरोड़ी लाल मीणा के मंत्रिमंडल में शामिल होने की प्रबल संभावना है। दलित वर्ग से जितेंद्र गोठवाल और वरिष्ठ विधायक मदन दिलावर को भी मंत्री बनाया जा सकता है। राजपूत समाज से पुष्पेंद्र सिंह राणावत, सिद्धि कुमारी जैसे वरिष्ठ विधायकों के समर्थकों को उम्मीद है कि उनके नेता इस बार मंत्री जरूर बनेंगे।

ये भी पढ़ें: रामलला की प्रतिमा का चयन आज, जानिए किन 3 मूर्तिकारों ने बनाई मूर्तियां?

ब्राह्मण समाज को भी उम्मीद है कि मुख्यमंत्री के बाद समाज के एक-दो विधायक भी मंत्री बन सकते हैं। इसलिए संजय शर्मा, संदीप शर्मा, जेठानंद व्यास जैसे विधायक भी रेस में बने हुए हैं। वहीं, हिंदूवादी चेहरा और तिजारा से विधायक बाबा बालकनाथ भी भजनलाल मंत्रिमंडल का हिस्सा हो सकते हैं। महिला चेहरों में अनिता भदेल, दीप्ति माहेश्वरी और पहली बार विधायक बनीं नौक्षम चौधरी पर नजरें हैं।

ये भी पढ़ें: Google के 30 हजार कर्मचारियों की नौकरी खा सकता है AI, 2023 में हुई इतिहास की सबसे बड़ी छंटनी

नए मंत्रिमंडल में सबसे ज्यादा नजरें जाट समाज को मिलने वाले प्रतिनिधित्व पर टिकी होंगी क्योंकि मुख्यमंत्री, दो उप मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष जैसे एक भी पद पर जाट चेहरे को मौका नहीं दिया गया है। ऐसे में अब लोगों की नजरें इस पर टिकी हैं कि 12 जाट विधायकों में से कितने लोगों को मंत्री बनाया जाएगा।

ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैंऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।