नई दिल्ली: क्या इस देश को अच्छे लीडर की जरूरत है या पार्टियों की। खबर आ रही है कि आम आदमी पार्टी (आप) से अलग हुए योगेन्द्र यादव और प्रशांत भूषण गुट ने ‘स्वराज इंडिया’ नाम की नई राजनीतिक पार्टी बनाने की घोषणा की। योगेंद्र यादव ने यहां इसकी घोषणा करते हुए आप पर जमकर हमला बोला और अगले वर्ष होने वाले दिल्ली नगर निगमों के चुनाव में भी हिस्सा लेने का ऐलान किया।
उन्होंने कहा कि देश को एक मजबूत राजनीतिक विकल्प की जरूरत है। आप पर जोरदार हमला करते हुए उन्होंने कहा कि जो पार्टी बीमारी को ठीक करने के लिए राजनीति में आई थी आज वह पार्टी स्वयं सबसे बड़ी बीमारी की शिकार है। आप ने देश के करोड़ों लोगों के विश्वास के साथ धोखा किया है।
राजनीति में एक नया विकल्प स्थापित करने का उल्लेख करते हुए यादव ने कहा कि यह कोई आसान काम नहीं है। लेकिन आज भी देश और युवाओं में जज्बा है। पिछले डेढ़ साल के दौरान बड़ी संख्या में युवा स्वराज इंडिया से जुड़े हैं। स्वराज इंडिया के कायदे-कानूनों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी में सूचना का अधिकार होगा, आंतरिक लोकतंत्र होगा और अलग राय तथा समझ रखने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई नहीं की जाएगी।
राजनीतिक पार्टियों को टिकट बांटने की दुकान बताते हुए उन्होंने कहा कि हम जनता के बीच जाकर उम्मीदवारों का चयन करेंगे। हमें टिकट बांटने की दूकान बंद करनी है और दूसरों की भी बंद करवानी है।
पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए संदेश में योगेन्द्र यादव ने कहा कि ऊपर से किसी निर्देश का इंतजार किए बिना जहां भी गलत हो उसके खिलाफ आवाज उठाई जाए। इसके लिए किसी के आदेश की जरूरत नहीं है। 5 लाख एक रुपए से पार्टी के कोष की शुरुआत करते हुए यादव ने कार्यकर्ताओं से दीपावली तक एक करोड़ रुपए का चंदा एकत्रित करने की अपील की।
उन्होंने कहा कि ऐसा होगा तभी हम बड़ा काम कर पाएंगे। दिल्ली के निगमों के चुनाव में हमें कुछ करना है। राजधानी का हर वर्ग हमारी तरफ देख रहा है। संगठन को बिना फोटो के चलाने की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रचार के लिए धन की जरूरत पड़ेगी और इसके लिए कार्यकर्ताओं को जुटना होगा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पूर्व सहयोगी योगेंद्र यादव ने कहा कि राजनीति हमारे लिए कोई करियर, कारोबार या धंधा नहीं है। हमारे लिए यह मिशन और धर्म है।