Digital Currency News: भारत में डिजिटल करेंसी की शुरुआत होने जा रही है। इसके लिए रिजर्व बैंक यानी आरबीआई ने पूरी तैयारी कर ली है। सूत्रों की मानें तो साल 2024 तक इसे लॉन्च भी कर दिया जाएगा। डिजिटल करेंसी से सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि अब नोट के फटने-कटने या फिर गीले होने की समस्या से काफी हद तक छुटकारा मिल जाएगा।
कहां से मिलेगी डिजिटल करेंसी
अब सवाल ये कि इस करेंसी को ग्राहक कहां से ले सकते हैं? तो उसके लिए रिजर्व बैंक देश के बड़े बैंकों को अपने साथ जोड़ रहा है। उम्मीद है कि साल 2024 के पहले महीने में लगभग सभी बैंक आरबीआई की इस नई पॉलिसी के साथ जुड़ जाएंगे। ऐसे समझिए.. अगर आपका खाता स्टेट बैंक आफ इंडिया में है, तो बैंक अपने मोबाइल ऐप के जरिए आपके अकाउंट में डिजिटल करेंसी ट्रांसफर कर देगा। हर करेंसी के ऊपर एक नंबर होगा, जो उसकी यूनिक आईडी होगी।
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कैसे इस्तेमाल होगी डिजिटल करेंसी
मान लीजिए आप स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के ग्राहक हैं, आपके मोबाइल ऐप पर बैंक की तरफ से ₹10 के 10 डिजिटल नोट ट्रांसफर किए गए हैं। अब आप जब भी किसी शॉप पर जाएंगे तो वहां यूपीआई से पेमेंट करने पर आपके अकाउंट से उतना डिजिटल नोट कम हो जाएगा। यानी अब आपके अकाउंट में केवल 10 रुपए के 9 नोट दिखाई देंगे।
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डिजिटल करेंसी और क्रिप्टो करेंसी में अंतर
डिजिटल करेंसी और क्रिप्टो करेंसी में बहुत बड़ा अंतर है। दरअसल कई लोग दोनों को एक ही मान कर अपनी सोच बना लेते हैं। डिजिटल करेंसी किसी देश की वो मुद्रा होती है जिसे उसे देश का रिजर्व बैंक जारी करता है, यानी भारत में जो वैल्यू 10, 20, 50, 100 और 1000 रुपए के नोट की होगी, वही वैल्यू डिजिटल फॉर्म में उतनी रकम की होगी। वहीं दूसरा तरफ क्रिप्टो करेंसी बाजार के हिसाब से चढ़ती और बढ़ती रहती है। लेकिन डिजिटल करेंसी का मूल्य पेपर करेंसी जैसा ही बना रहता है।
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