नई दिल्ली: एनडीटीवी के पत्रकार रवीश कुमार एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं। इस बार उन्हें अपने भाई की वजह से विरोध झेलना पड़ रहा है। हालांकि कई लोग उनके समर्थन में भी पोस्ट कर रहे हैं। दरअसल रवीश के सगे भाई ब्रजेश पांडे का नाम यौन शोषण से जुड़े एक मामले में आया है। इसके बाद उन्हें बिहार कांग्रेस उपाध्यक्ष का पद छोड़ना पड़ा और उनके खिलाफ पोस्को के तहत केस भी दर्ज किया गया। इसके बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने रवीश को निशाना बनाना शुरू कर दिया। उन्हें निशाना बनाने वालों का तर्क है कि जिसका भाई ही ऐसी हरकतों के लिए बदनाम हो रहा हो, वह किस मुंह से नैतिकता की बात कर सकता है।
उनकी दलील यह भी है कि जब भाई की बात आई तो रवीश कुमार विरोध में वैसे मुखर नहीं हैं, जैसे वह अन्य मामलों पर हो जाते हैं। हालांकि, रवीश का विरोध करने वालों को उनके समर्थक जवाब भी दे रहे हैं। उनका कहना है कि हर आदमी की आलोचना उसके खुद के काम के आधार पर हो, न कि भाई या किसी सगे-संबंधी के काम के आधार पर। कुछ तो यहां तक दलील दे रहे हैं कि रवीश के विरोधियों ने बदला निकालने के लिए उनके भाई को गलत तरीके से फंसाया है।
ट्विटर पर एक यूजर ने लिखा, ‘NDTV के रवीश कुमार के भाई पर अपने साथी की बेटी के शोषण के आरोप लगा है। कितनी शर्मनाक बात है।’ दूसरे ने लिखा, ‘आपने रवीश कुमार की काली स्क्रीन देखी होगी अब उनके बड़े भाई के काले कारनामे देखिए।’ इसके अलावा एक ट्वीट में कहा गया, ‘दोबारा से स्क्रीन काली करने का वक्त आ गया है, न्यूज एंकर रवीश कुमार का भाई बृजेश कुमार सेक्स रैकेट चलाता था।’
बता दें कि करीब एक साल पहले जब जेएनयू में देशविरोधी नारे लगाने का आरोप लगा कर कन्हैया कुमार और उनके साथियों पर देशद्रोह का मुकदमा दायर किया गया था, तब एक रात रवीश ने एनडीटीवी पर अपने शो प्राइम टाइम के दौरान टीवी स्क्रीन काली कर रखी थी। विरोधस्वरूप तब उन्होंने कहा था कि यह अंधेरा ही आज का सच है।
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गौरतलब है कि ब्रजेश कुमार बिहार कांग्रेस के उपाध्यक्ष थे। 21 फरवरी को उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया था। इससे पहले एक नाबालिग लड़की ने इंसाफ की गुहार लगाते हुए खुद को जला डालने की चेतावनी दी थी। यह लड़की भी कांग्रेस नेता की बेटी है। यह नेता बिहार में मंत्री भी रह चुके हैं। यौन शोषण का यह केस पिछले साल दर्ज किया गया था। ब्रजेश का नाम बाद में स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम ने जांच के क्रम में जोड़ा। ट्विटर पर रवीश का समर्थन करने वाले एक दलील यह भी दे रहे हैं कि ब्रजेश ने आरोप लगते ही बिहार कांग्रेस उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। वहीं ब्रजेश ने अपने आपको बेकसूर बताया।
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