इंग्लैंड की नई करेंसी में पशु चर्बी मिलने से हिंदू, जैन और सिख नाराज, बैंक ने की बैठक

0
624

ब्रिटेन में पांच पाउंड के नए पॉलिमर नोट में पशु की चर्बी होने की बात सामने आई है। इससे हिंदू, सिख, जैन और कई दूसरे समुदाय नाराज हैं। मामले पर बैंक ऑफ इंग्लैंड ने हिंदू परिषद के सदस्यों को बातचीत के लिए न्यौता दिया है। बता दें इंग्लैंड में पिछले साल सितंबर में 5 पौंड की नई करेंसी जारी की गई। 10 और 20 पौंड की करेंसी की प्रिंटिंग करा ली गई है।

इस साल सितंबर में बैंक ऑफ इंग्लैंड इसे जारी करने की तैयारी में है। बैंक ऑफ इंग्लैंड ने मान लिया है कि नई करेंसी में जानवर की चर्बी मिलाई गई है, लेकिन उसमे यह भी साफ कर दिया है कि नई करेंसी को वापस महज इसलिए नहीं लिया जाएगा कि वहां शाकाहारी और हिंदू संगठन इसका विरोध कर रहे हैं।

हिंदू परिषद ने कहा बैंक ऑफ इंग्लैंड ने नवंबर 2016 के अंतिम दिनों में घोषणा की थी कि पता चला है कि पांच पाउंड के नए पॉलिमर के विनिर्माण में एक सप्‍लायर ने पशु की चर्बी से निकले उत्पादों की थोड़ी मात्रा का इस्तेमाल किया है। यह यहां के लाखों हिंदुओं, सिखों, जैनियों, शाकाहारियों और अन्य समुदायों के लिए अस्वीकार्य है। इस खबर के आते ही हिंदू परिषद के प्रतिनिधियों ने अन्य समुदायों के लोगों एवं प्रतिनिधियों के साथ मिल कर सार्वजनिक तौर पर विरोध जताया था।

यहां बन रही है दुनिया की पहली हर वक़्त घूमती रहने वाली इमारत

8 फरवरी को हुई बैठक:

हिंदू परिषद के अध्यक्ष उमेश सी. शर्मा जेपी, इंटरफेथ रिलेशंस के निदेशक अनिल भनोट ओबीई और हिंदू टेंपल एंगेजमेंट के निदेशक अरुण ठाकुर ने बैंक ऑफ इंग्लैंड के अधिकारियों के साथ बैठक की। 8 फरवरी को हुई इस बैठक में बैंक के मुख्य खजांची, विक्टोरिया क्लीलैंड भी थे। बैठक थ्रेडनीडल स्ट्रीट स्थित मुख्यालय में हुई।

बयान में कहा गया है कि पिछले कई महीनों से हिंदू परिषद बैंक ऑफ इंग्लैंड के संपर्क में हैं और इस मुद्दे पर ब्रिटेन में रह रहे हिंदू समुदाय, हिदू मंदिरों एवं अन्य हिदू संगठनों की चिंताओं से उन्हें अवगत कराया।

Video: तारिक फतह से पूछा ISI से भारत को तोड़ने के लिए कितने पैसै लेते हो, जवाब दिया 35 करोड़

क्यों मिलाई जाती है करेंसी में चर्बी
इनोविया कंपनी जिसने इंग्लैंड के लिए इस नई करेंसी को बनाया है का मानना है कि उसे जानवर की चर्बी एक सप्लायर के माध्यम से मिली है। हालांकि कंपनी ने सप्लायर के नाम का खुलासा नहीं किया है। कंपनी के मुताबिक, जानवर की चर्बी से उसे टैलो नाम का पदार्थ मिलता है जिसे करेंसी में मिलाने से वह कम स्लिपरी (फिसलन) हो जाती है। हालांकि कंपनी ने इस इंकार कर दिया कि नई करेंसी में किस जानवर की चर्बी मिलाई गई है। उसका अनुमान है कि इसमें गाय, भैंस अथवा अन्य किसी जानवर की चर्बी हो सकती है।

वाराणसी से ‘मुर्दा’ भी चुनाव मैदान में..!

बैंक ने किया आश्‍वस्‍त:

बैंक ऑफ इंग्लैंड ने आश्वस्त किया है कि वे इस चिंता को पूरी गंभीरता के साथ ले रहे हैं और इस मुद्दे पर कोई बयान जारी करने से पहले पॉलिमर बैंक नोट में इस पशु उत्पाद के इस्तेमाल का समुदाय के भीतर होने वाले असर को बेहतर तरीके से समझना चाहते हैं।

(खबर कैसी लगी बताएं जरूर। आप हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो भी कर सकते हैं)