हनुमानगढ़। पशु चिकित्सक संघ राजस्थान के बैनर तले जिले के वेटनरी डॉक्टर नॉन प्रैक्टिस अलाउंस (एनपीए) की मांग को लेकर कामधेनु बीमा योजना व गोपालन विभाग के कार्य का संपूर्ण बहिष्कार करते हुए शनिवार को छठेें दिन बेमियादी हड़ताल जारी रही। मांगों को लेकर संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. महावीर सहारण ने बताया कि उनकी प्रमुख मांगों को लेकर उन्होंने पूर्व में ही मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में बताया था कि पशु चिकित्सक नॉन प्रैक्टिस अलाउंस एनपीए की मांग को लेकर लंबे समय से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, पूर्व में भी 17 दिसंबर 2022 से 26 जनवरी 2023 तक 40 दिन तक चले अनशन को पशुपालन विभाग के मंत्री लालचंद कटारिया ने 26 जनवरी को अनशन समाप्त करवाया था, उस समय उन्होंने धरना स्थल पर पशु चिकित्सकों की सभी मांगों को न्यायोचित स्वीकारते हुए शीघ्र समाधान के लिए आश्वासन दिया था, लेकिन आज दिन तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया जा सका। इस संबंध में 18 सितम्बर से पूरे राजस्थान के पशु चिकित्सक बेमियादी हड़ताल पर है। एनपीए केंद्र शासित प्रदेशों के अलावा देश के 17 राज्यों में दिए जा रहे हैं राज्य में इसे लागू करने के लिए पशु चिकित्सा 20 वर्षों से अपनी मांग कर रहे हैं।
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