गुरूद्वारा शहीद बाबा सुखा सिंह बाबा महताब सिंह छावनी बुढ़ा दल में भरा जोड़ मेला

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हनुमानगढ़। गुरुद्वारा शहीद बाबा सुखा सिंह शहीद बाबा महताब सिंह छावनी बुढा दल हनुमानगढ़ टाउन में 23,24,25 भादो मुताबिक 8.9.10 सितम्बर 2023 को सालाना शहीदी जोड़ मेला संगतों के सहयोग से बड़ी श्रद्वा व उत्साह से पंथ रतन सिंह साहब जत्थेदार बाबा बलवीर सिंह जी 96 करोड़ी मुखी बुढा दल के सान्धिय में मनाया गया। 18 वीं सदी के इस ऐतिहासिक गुरूद्वारे में शहीदों की याद को ताजा करते हुए ये मेला मनाया जाता है। जत्थेदार बाबा जस्सा सिंह (निजि सहायक बुढा दल मुखि सिह साहेब जत्थेदार बाबा बलवीर सिंह ) ने बताया की 1739 ईश्वी में अफगानिस्तान के बादशाह नादिर शाह की फौज द्वारा लुट कसौट करते हुए अत्याचार की सारी हदें पार कर दी। जकरीया खांन जो लाहौर का जनरल था । उसने मसे रंगड़ को श्री अमृतसर का मुखी नियुक्त किया।

उसने श्री हरमंदर साहब को अय्याशी का अड्डा बना दिया जब इसकी खबर शिरोमणी पंथ अकाली बुढा दल के चौथे मुखी और श्री अकाल तख्त के जत्थेदार बाबा जस्सा सिंह अहलुवालिया को पता चला तो उनके क्रोध की सीमा नहीं रहीं। तब उन्होने बुढा जोहड़ की धरती जहां आज बुढा दल की छावनी है वहां से शहीद बाबा सुखा सिंह शहीद बाबा महताब सिंह को मस्सेरगंड को मारने के लिये श्री अमृतसर साहेब भेजा मस्सेरगंड को मारकर उसका सिर बरछे पर टांगकर बुढा जोहड़ वापस जाते हुये हनुमानगढ विश्राम किया उनकी याद में यह मेला मनाया जाता है। इस मेले में धार्मिक दीवान सजायें गये जिसमें हजूरी रागी जत्था भाई गुरकीरत सिंह जी ,श्री दरबार साहिब श्री अमृतसर साहिब जत्थेदार बाबा मनमोहन सिंह बारनवाले, कथा वाचक गुरुद्वारा दुख निवारण साहब पटियाला से ज्ञानी प्रीतपाल सिंह,, कथा वाचक ढाड़ी जत्था भाई सुखजीत सिंह ,ज्ञानी लखविंदर सिंह पारस, बाबा जोगासिंह करनाल वाले, बाबा विश्वप्रताप सिंह, बाबा सुखविन्द्र सिंह के अलावा पंथ के प्रचारक कथा कीर्तन से संगत को निहाल किया।

बाबा मनमोहन सिंह बारनवाले ने संगतों को संबोधित करते हुए कहा कि मनुष्य को नशे से दूर रहना चाहिए। जिससे आने वाली पीढ़ी को नशे की बुरी लत से दूर रह सके। नशा मनुष्य की सामाजिक निष्ठा एवं धार्मिक प्रवृति को नष्ट करता है। उन्होने युवाओं को नशे से दूर रहने का आह्वान करते हुए खेलों से जुड़ने की अपील की। पंथरत्न बाबा बलवीर सिंह 96 करोड़ी मुखी बढ़ा दल ने कहा कि अगले वर्ष से उक्त जोड़ मेले में गतका, कुश्तियां व कब्बड्डी के आयोजन किये जायेगे। उन्होने बताया कि कोरोनाकाल के बाद कब्बड्ी के आयोजन बंद कर दिये गये थे अब आगामी वर्ष से कुश्ती के साथ साथ अन्य खेलों को भी बढ़ावा दिया जायेगा, ताकि युवा पीढ़ी खेलों से जुड़े और नशे से दूर रहे। उन्होने समस्त साध संगत को पर्यावरण के प्रति जागरूक करते हुए हर किसी को एक पौधो अवश्य लगाकर उसकी संभाल करने की अपील की। इस दौरान बुड्ढा दल से पहुचे पॉच प्यारो द्वारा 45 प्राणीयो को अमृत संचार करवाके गुरू वाले बनाया ।

रमेश मुटनेजा ने बताया कि मेले में गुरूदवारा सुखा सिंह महताब सिंह व एचएसएफ ब्लड बैक के सहयोग से विशाल रक्तदान महावीर धर्मशाला में लगाया गया जिसमें 251  यूनिट रक्त संग्रह किया गया,मेले मे श्री अरोड़वंश सभा श्री सिंधी समाज, गुरुद्वारा श्री कलगीधर साहेब इंद्रा कॉलोनी, गुरूद्वारा गुरूनानकसर प्रेमनगर,अलपला कैटर्स व इलाकें की अनेक संस्थाओं द्वारा भण्डारे,मिठे पानी कि छबीले,जलजीरा,बूदी का भण्डारा लगाकर सहयोग किया। गुरूद्वारा प्रबंधक बाबा जोगा सिंह व बाबा जग्गा सिंह ने इलाकें की संगतों से मेले में पहुचने का,पुलिस प्रशासन,जिला प्रशासन,सभी धार्मिक संस्थाओ का धन्यवाद दिया।  इस मौके पर अनिल कुमार गखड़ (अल्पना नमकीन ) कश्मीरा सिंह, राजा सिंह, लाभ सिंह, गुरजंट सिंह, कमलजीत सिंह,जसवीर सिंह, परमजीत सिंह पम्मा, बिटटा सिंह, तरसेम सिंह, भोला सिंह आदि उपस्थित थे।

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