हनुमानगढ़। राजस्थान नर्सेज संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा टाउन की करणी राजपूत धर्मशाला में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जिले के समस्त नर्सिग कर्मचारी ने भाग लिया। बैठक के मुख्य अतिथि प्रदेश संयोजक राजेंद्र सिंह राणा, नरेंद्र सिंह शेखावत, महिपाल समोटा, जेपी कस्वा, केके यादव थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला संयोजक गूगन सहारण ने की । बैठक को वक्ताओं ने संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार के साढ़े चार वर्ष में अपने संगठनों द्वारा लगातार लंबित 11 सूत्री मांग पत्र, ज्ञापन,धरना प्रदर्शन आदि ध्यानाकर्षणो के बावजूद सरकार के अनवरत घोर प्रशासनिक उदासीनता के चलते राज्यव्यापी नर्सेज सवर्ग (नर्सिंग ऑफिसर, नर्सिंग ट्यूटर, एएनएम, एलएचवी) के आर्थिक एवं सामाजिक हितों पर गंभीर संकट गहरा गया है.
राज्य के प्रत्येक नर्सेज साथी को दिल्ली ही नहीं बल्कि बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल जैसे राज्यों की तुलना में प्रथम नियुक्ति पर प्रतिमाह 7100 रुपए से 27 वर्ष तक के सेवाकाल में 22700 रुपये प्रतिमाह मूल वेतन का आर्थिक शोषण हो रहा है। वही हाल ही राजस्थान सरकार बजट घोषणा वर्ष 2023 बिंदु संख्या 155 के अनुसार अब राज्य में 9,18,27 वर्ष पर इमीडिएट नेक्स्ट लेवल एसीपी के स्थान पर उच्च पदोन्नति पद का वेतनमान दिए जाने के निर्णय से नर्सिंग ऑफिसर वर्ग के द्वितीय और तृतीय पदोन्नति पद का वेतनमान विसंगति रूप से 5400 ही होने के कारण 27 वर्ष की सेवा पर तृतीय श्रेणी कर्मिक 3600 ग्रेड पे के समान 5400 ग्रेट पे अनुसार पे लेवल 14 ही देय होगा, वहीं अन्य समकक्ष द्वितीय श्रेणी संवर्गाे शिक्षकों सेकंड ग्रेड, लेखा अधिकारियों, सहायक लोक अभियोजन अधिकारियों, सब इंस्पेक्टर, इंजीनियर इत्यादि को 27 वर्ष की सेवा पर दो से तीन उच्च पे लेवल 6600 एवं 6800 ग्रेट पे अनुसार पे लेवल 16 एवं 17 प्राप्त होगा।
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