देश के संविधान के निर्माण में अमूल्य योगदान देने वाले डॉ. भीमराव अंबेडकर (Bhimrao Ambedkar Inspirational Quotes) की जयंती हर साल 14 अप्रैल को मनाई जाती है। डॉ. अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के महू में हुआ था। डॉ. भीमराव अंबेडकर एक दार्शनिक, अर्थशास्त्री, समाज सुधारक और राजनीतिज्ञ थे। उन्होंने कमजोर और शोषित वर्ग के लोगों के अधिकारों के लिए जीवन भर संघर्ष किया और जाति व्यवस्था के खिलाफ जोरदार आवाज उठाई। आइए जानते हैं उनके खुद के कुछ महान विचार..जो आज कई युवाओं के लिए प्रेरणा बनें हुए हैं…।
12 भीमराव अंबेडकर के सकारात्मक विचार-
1. “मैं एक समुदाय की प्रगति को उस डिग्री से मापता हूं जो महिलाओं ने हासिल की है।”
2. “मुझे वह धर्म पसंद है जो स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व सिखाता है।”
3. “वे इतिहास नहीं बना सकते जो इतिहास को भूल जाते हैं।”
4. “शिक्षित बनो, संगठित रहो और उत्तेजित बनो।”
5. “धर्म मनुष्य के लिए है न कि मनुष्य धर्म के लिए।”
6. “हम सबसे पहले और अंत में भी भारतीय हैं।”
7. “भाग्य में विश्वास रखने के बजाए अपनी शक्ति और कर्म में विश्वास रखना चाहिए।”
8. “एक इतिहास लिखने वाला इतिहासकार सटीक, निष्पक्ष और ईमानदार होना चाहिए।”
9. “समानता एक कल्पना हो सकती है, लेकिन फिर भी इसे एक गवर्निंग सिद्धांत रूप में स्वीकार करना होगा।”
10. “हिन्दू धर्म में विवेक, कारण और स्वतंत्र सोच के विकास के लिए कोई गुंजाइश नहीं है।”
11.“एक महान आदमी एक प्रतिष्ठित आदमी से इस तरह से अलग होता है कि वह समाज का नौकर बनने को तैयार रहता है।”
12.“बुद्धि का विकास मानव के अस्तित्व का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए।”
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