धानमण्डी में किसान महासभा का आयोजन हुआ

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हनुमानगढ़। अखिल भारतीय किसान सभा हनुमानगढ़ द्वारा पूर्व निधार्रित कार्यक्रम के अनुसार जंक्शन धानमण्डी में किसान महासभा का आयोजन हुआ। महासभा में जिले भर से किसान व मजदूरों ने सरसों की सरकारी खरीद बिना शर्त शुरू करने की मांग को लेकर भाग लिया। महासभा के पश्चात विशाल रोष मार्च जंक्शन धान मंडी से शुरू होकर जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के मुख्य द्वार पर पहुंचा, जहां धक्का मुक्की के बीच मुख्य द्वारा सभा शुरू की गई। सभा को संबोधित करते हुए वरिष्ठ नेता रामेश्वर वर्मा ने कहा कि प्रशासन अपनी हठधर्मिता के चलते किसानों की फसल को बर्बाद करने पर तुला हुआ है। उन्होने कहा कि किसान पिछले 1 माह से धान मंडी के चक्कर काट रहा है परन्तु प्रशासन को किसान हित से किसी तरह का भी सरोकार नही है। किसान की फसल धान मंडी में बरसात के कारण खराब तो हो रही है साथ ही खेतों में तैयार फसल भी खराब हो चुकी है। किसान नेता सुरेन्द्र शर्मा ने कहा कि पिछले एक माह से किसान व्यापारियों को ओने पोने दामों में अपनी फसल देने का मजबूर है और लाखों रुपये का घाटा भी किसान झेल रहा है।

उन्होने कहा कि किसानों की तैयार फसल बारीश व ओलावृष्टि के कारण जो बर्बाद हो चुकी है उसका इस निर्दयी प्रशासन ने एक बार भी दौरा नही किया और मुआवजा दिलवाने की बात तो दूर संवेदना भी प्रकट नही की। उन्होने कहा कि अगर किसानों की फसल की सरकार खरीद बिना शर्त शुरू करने के आदेश नही दिये और किसानों के खराबे का मुआवजा नही दिया तो जल्द ही मुख्य हाईवे जाम जैसे उग्र कदम उठान पड़ेगे। किसान सभा जिला महासचिव मंगेज चौधरी ने कहा कि प्रशासन बिना जमीनी स्तर के ज्ञान के केवल कार्यालयों के बैठे अपने फरमान जारी कर रहा है परन्तु जमीनी स्तर की किसान की हालात नही समझ रहा। उन्होने कहा कि 70 प्रतिशत से अधिक किसानों का फसल खराबा हुआ है। आज छुट्टी वाले दिन किसानों मजदूरों के गुस्से को देखते हुए कलेक्टर ने तुरंत किसानों के प्रतिनिधिमंडल को वार्ता के लिए बुलाया 11 सदस्सीय प्रतिनिधिमंडल वार्ता के लिए गया। सभा के पश्चात किसान प्रतिनिधियों को जिला कलक्टर से लगभग 45 मिनट तक वार्ता चली। वर्ता में  खरीद ऑनलाइन गिरदावरी तथा पटवारी से तस दी करवाने पड़ते अगर ऑनलाइन गिरदावरी अपडेट नहीं हुई है तो इसके विकल के रूप में ऑफलाइन खरीद की जाए लगातार बारिश के कारण सरसो में नमी ज्यादा है इसलिए 8 प्रतिशत से ज्यादा नमी की भी खरीद कर राहत दी जाए.

जिन किसानों ने भूमि ठेके पर दी है उनका सधारण पेपर पर शपथ पत्र लेकर मान्य किया जाए अभी राज्य सरकार ने प्रति बीघा चार क्विंटल से बडा कर पांच क्विंटल करने का निर्णय लिया है परंतु कुल खरीद प्रती किसान 40 क्विंटल ही है उसे बढाकर 50 क्विंटल  किया जाए। इस मौके पर जिला कलेक्टर रूकमणी रियार, एडीएम प्रतिभा देवरिया, एसडीएम अवि गर्ग, सब रजिस्टार सोसायटी शिवकुमार पेरीवाल ,संयुक्त कृषि निदेशक दानाराम, कृषि उपज मंडी सचिव सीएल वर्मा, एसबीआई मैनेजर अवतार सिंह, किसानों की ओर से रामेश्वर वर्मा, सुरेंद्र शर्मा ,अवतार सिंह बराड़, विक्रम नेन, आत्मा सिंह, ओम स्वामी ,दर्शन सिंह, रुल्दू सिंह, बलदेव सिंह मक्कासर, सरपंच जगदीश ,अमरजीत सिंह, कलवंत सिंह मलकोका ने भाग लिया। वार्ता बिना किसी निष्कर्ष रही।

वार्ता में जिला कलक्टर ने किसानों को आश्वस्त किया कि सरकार व राज फैड़ के प्रतिनिधियों से वार्ता चल रही है जिसका जवाब शाम 7 बजे तक आने के आसार है। दूसरे दौर की वार्ता शाम 7 बजे जिला कलैक्ट्रैट में आयोजित की गई है। संघर्ष समिति सहसंयोजक ओम स्वामी ने बताया कि दूसरे दौर की वार्ता के पश्चात आगामी रणनीति बनाई जायेगी। हालाकि कृषि उपज मण्डी समिति के समक्ष धरना जारी रहेगा। इस मौके पर किसान नेता रघुवीर वर्मा, जगजीत सिंह जग्गी, आत्मा सिंह, हनुमानगढ़ किसान समिति संयोजक अवतार बराड़ विक्रम नैन, किसान सभा के उपाध्यक्ष गोपाल बिश्नोई, संघर्ष समिति संयोजक सुरेन्द्र शर्मा, सहसंयोजक ओम स्वामी, मंगेज चौधरी, रामेश्वर वर्मा, शेरगढ़ से जगसीर सिंह, मानकसर से वीर सिंह, चरणजीत सिंह, बणवाला से मनप्रीत सिंह, जण्डावाली से हरीश कुमार, गुडदू राम, गुरप्रीत बुट्टर पालेवाली ढाणी से बेअंत सिंह, गुरविन्द्र सिंह, सम्पतनगर से रामप्रताप सहित जिले भर से किसान मौजूद थे।

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