हनुमानगढ़ की बेटी पारुल ने बीएससी इन एग्रीकल्चर में जोधपुर विश्वविद्यालय में जीते डबल गोल्ड मेडल

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हनुमानगढ़। टाउन निवासी प्रेमचंद सेतिया की पौत्री एवं राजेंद्र सेतिया की पुत्री पारुल सेतिया ने कृषि विश्वविद्यालय जोधपुर में गोल्ड मेडल प्राप्त कर जिले को गौरवान्वित किया है। जोधपुर के कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित समारोह में माननीय गवर्नर कलराज मिश्र द्वारा पारुल सेतिया को डिग्री एवं डबल गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया। ज्ञात रहे कि पारूल ने कृषि विश्वविद्यालय जोधपुर, नागौर व सुमेरपुर में टॉप करते हुए डबल गोल्ड प्राप्त किया है। इसमें एक गोल्ड मैडल विश्वविद्यालय व एक गोल्ड मैडल गर्वनर द्वारा दिया गया है। पारुल सेतिया ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने दादा प्रेमचंद सेतिया पूर्व जिला अध्यक्ष जिला केमिस्ट एसोसिएशन को दिया है। उन्होंने कहा कि मेरे दादाजी प्रेमचंद सेतिया के साथ वह बचपन से ही खेत में जाया करती थी और वहीं से उसकी रूचि एग्रीकल्चर में बढी, उसके बाद दादा जी ने सदैव मुझे प्रोत्साहित करते हुए स्वतंत्रता से शिक्षा ग्रहण करने और मेरी रुचि अनुसार मुझे प्रोत्साहित करने का काम किया है। इसी के साथ-साथ वे अपने माता पिता के संस्कारों यह मुकाम को हासिल पाई है। वर्तमान में पारुल से इतिहास लुधियाना में एमएससी की तैयारी कर रही है।

दादाजी प्रेमचंद सेतिया ने कहा कि पारुल को बचपन से ही एग्रीकल्चर का बेहद शौक था, वह समय-समय पर खेती से संबंधित सवाल पूछती रहती थी और मुझे जितना ज्ञान था मैंने उसे उतना ज्ञान हनुमानगढ़ स्तर पर दिलवाया परंतु वर्तमान समय की आधुनिक एग्रीकल्चर को ध्यान में रखते हुए कृषि विश्वविद्यालय जोधपुर में बीएससी इन एग्रीकल्चर की पढ़ाई की। पारुल ने सदैव अपने लक्ष्य पर फोकस रखते हुए दिन रात मेहनत की और जिसका नतीजा है कि हजारों लाखों बच्चों में पारुल ने कृषि विश्वविद्यालय टॉप करते हुए डबल गोल्ड मेडल जीते हैं। उन्होंने कहा कि बेटियां किसी क्षेत्र में पीछे नहीं है, हनुमानगढ़ में प्रतिभाओं का पहाड़ है परंतु उन्हें सही मार्गदर्शन एवं प्रोत्साहन की आवश्यकता है।

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