भगत रविदास जी दे जन्म दिहड़े नू समर्पित महान गुरूमत समागम का आयोजन किया

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हनुमानगढ़। टाउन गुरूद्वारा शहीद बाबा सुखा सिंह शहीद बाबा महताब सिंह निहंग सिंघ जी छावनी बुढ़ा दल बाबा बलवीर सिंह अकाली 96 करोड़ी की सरपरस्ती में शहीद सिंघ साहिब जत्थेदार अकाली बाबा फुला सिंघ जी दे 200 साला शताब्दी व भगत रविदास जी दे जन्म दिहड़े नू समर्पित महान गुरूमत समागम का आयोजन किया गया। समागम में मुंडा पिंड़ तरनतारन साहिब पंजाब से प्रचारक बाबा बंता सिंह, हजूरी रागी जत्था सिमरजीत सिंह, दलीप सिंह, हतूरी रागी दरबार साहिब श्रीअमृतसर से गुरसेवक सिंह ने गुरू की वाणी का बखान कर संगतों को निहाल किया। इस उपलक्ष्य में शनिवार को रात्रि 7 से 10 बजे तक खुले दीवान सजाये गये इसी के साथ विशेष दीवान की शुरुआत सुबह 10 बजे दोपहर 2 बजे तक रागी जत्थों ने कथावाचन कर संगत को सिख इतिहास से जोड़ा. तत्पश्चात विशेष रूप से शिरकत करने पधारे मुंडा पिंड़ तरनतारन साहिब पंजाब से प्रचारक बाबा बंता सिंह ने ” वाहो वाहो करह सेई जन सोहंड़े तिन कउ परजा पूजंड़ आइ..” शबद गायन किया। इसी के साथ ऐसे गुर को बल बल जाइए आप मुकत मोहे तारे” एवं ” साजनड़ा मेरा साजनड़ा निकट खालोया मेरा साजनड़ा..” जैसे अनेक शबद गायन कर समाँ बांध दिया।

उन्होने गुरु साहिब के जीवन से जुड़े वृत्तांत बताए और कहा कि गुरु नानक देव जी ने अपना सारा जीवन मानवता की भलाई और परोपकार के साथ समाज को सामाजिक कुरीतियों एवं भ्रामक कर्मकांडों से बाहर निकालने में लगाया। गुरु जी ने हमेशा जात- पात, धर्म एवं ऊंच-नीच के दिखावटी बंधन को तोड़ कर एक ईश्वर की उपासना करने का संदेश दिया एवं सरबत के भले का सन्देश दिया। उक्त आयोजन को सफल बनाने में बाबा जग्गा सिंह, बाबा जोगा सिंह, धर्म प्रचार कमेटी के सभापति राजेन्द्र सिंह खालसा, प्रधान सूरजीत सिंह बजीतपूरिया, उपप्रधान जसवीर सिंह, सचिव राम सिंह मुण्डेवाला,  कोषाध्यक्ष जगदीश मुत्ती, सुखा सिंह मेहताब सिंह गुरुद्वारा के सेवादारों का विशेष सहयोग रहा।

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