भीलवाड़ा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की शनिवार को भीलवाड़ा जिले के मालासेरी यात्रा धार्मिक व सियासी संदेश वाली ही रही। उनके द्वारा कार्यक्रम में कोई घोषणा न करने से जरूर लोगों में मायूसी का भाव दिखा पर पीएम मोदी ने गुर्जर समाज को अपने भाषण गदगद जरूर कर दिया। गुर्जर समाज की संस्कृति व राष्ट उत्थान के लिए की भूमिका को याद दिलाकर समाज को एकजुट होकर राष्ट निर्माण में आगे आने का सियासी संदेश जरूर दे दिया। पीएम मोदी ने मालासेरी न म्हारों प्रणाम कह कर सभा को गदगद कर दिया।
पीएम मोदी ने दिया मालासेरी से संदेश – कमल संदेश- उन्होंने कहा – भगवान देवनारायण जन्म कमल पर हुआ, संयोग है जी 20 के लोगो में भी कमल पर पृथ्वी समाहित है । उन्होंने जोर देकर फिर हमारी तो पैदाइश ही कमल के साथ है। जाहिर है कार्यक्रम सामाजिक-सांस्कृतिक लेकिन मोदी का सियासी संदेश कमल। सभा में सुनने वालों को तो कमल का संदेश समझ आ गया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मालासेरी डूंगरी में सभा स्थल पर मन्दिर के मुख्य पुजारी हेमराज पोसवाल ने साफा बांध कर किया स्वागत किया। सवाई भोज के महंत सुरेशदास ने शॉल ओढ़ा कर सम्मान किया। पुजारी पोसवाल ने प्रधानमंत्री को जयपुर से निर्मित भगवान देवनारायण की चांदी से निर्मित कमल में सवार प्रतीकात्मक भगवान देवनारायण की मूर्ति भेंट की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि देवानारायण भगवान को बुलावा आया तो मैं भी यहां आ गया। यहां अभी तक कोई प्रधानमंत्री नहीं आया है। मैं, पूरे विरक्त भाव से आप की ही तरह एक यात्री के रूप में आशीर्वाद लेने आया। मै यहां विश्व कल्याण, देश व आम जन की खुशहाली की कामना लेकर आया हूं। अनवरत राष्टसेवा व गरीबो के कल्याण के लिए काम करते रहने का आर्शिवाद लिया है। पीएम मोदी ने कहा कि गुर्जर समाज शोर्य, पराक्रम व देशभक्ति का पर्याय रहा है। 21 वीं सदी का कालखंड भारत के लिए अहम है। ऐसे में समाज को एकजुटता दिखाकर देश के विकास के लिए बढ़ना है।
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