हनुमानगढ़। वेतन विसंगति दूर करने की मांग को लेकर अखिल राजस्थान राज्य संयुक्त कर्मचारी महासंघ एकीकृत के बैनर तले आमरण अनशन कर रहे जेल प्रहरियों का आंदोलन जयपुर में मुख्यमंत्री के साथ हुई वार्ता में आश्वासन मिलने के बाद स्थगित हो गया है। बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ डीजीपी जेल भूपेन्द्र दक की वार्ता हुई। सकारात्मक रही वार्ता में मुख्यमंत्री ने जेल प्रहरियों की मांगों को शीघ्र पूरा करने का आश्वासन दिया। इस पर जेल प्रहरियों ने बुधवार शाम को भूख हड़ताल समाप्त करने की घोषणा की। आंदोलन समाप्त होने व वार्ता सकारात्मक रहने की खुशी में गुरुवार को जिला कारागृह में जेल अधीक्षक नरेन्द्र स्वामी व जेलर अमराराम भाटी ने जेल प्रहरियों को मिठाई खिलाई। साथ ही मुख्यमंत्री व डीजीपी जेल का आभार जताया।
गौरतलब है कि जिला मुख्यालय पर स्थित जिला कारागृह के जेल प्रहरी 13 जनवरी से भूखे रहकर धरने पर बैठे थे। छह दिन चले आंदोलन के दौरान तबीयत बिगडऩे पर कई जेल प्रहरियों को अस्पताल में भी भर्ती करवाया गया। लेकिन उन्होंने अस्पताल में भी आमरण अनशन जारी रखा। जेल प्रहरियों की ओर से कारागृहों में तैनात आरएसी व पुलिस कार्मिकों के समकक्ष वेतनमान भत्ते व सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाने, वेतन विसंगति वर्ष 1998 से कर्मचारियों को नोशनल लाभ देने व भविष्य में राज्य सरकार की ओर से आरएसी को दिए जाने वाले वेतन एवं भत्ते के अनुरूप ही जेल प्रहरियों को भत्ते-वेतन देने की मांग की जा रही थी।
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