35 टुकड़े करने के बाद आफताब ने जलाया था श्रद्धा का चेहरा, जानें अबतक पुलिस को क्या-क्या बताया?

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दिल्ली के श्रद्धा वॉकर मर्डर (shraddha walker murder) केस में पूछताछ जैसे-जैसे आगे बढ़ रही हैं वैसे-वैसे नए खुलासे हो रहे हैं। अब आरोपी आफताब से पता चला है कि आफताब ने श्रद्धा की हत्या करने के बाद उसके चेहरे को जला दिया था। पुलिस को पूछताछ के बाद आफताब ने बताया कि ऐसा उसने पहचान छिपाने के लिए किया था। शव के टुकड़ों को ठिकाने लगाने से पहले आरोपी ने ऐसा किया। आरोपी आफताब ने ये भी बताया है कि उसने इन सभी चीजों की जानकारी इंटरनेट से ली थी।

मुम्बई पुलिस को बना चुका है बेफकूफ-
श्रद्धा के परिवार का जब उससे संपर्क नहीं हुआ और उसका फोन भी बंद आने लगा तो अक्टूबर में मुंबई के मानिकपुर पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। मानिकपुर पुलिस ने भी आफताब से संपर्क किया था और उसे पूछताछ के लिए बुलाया था। हालांकि आफताब बेहद नार्मल दिख रहा था, उसने ऐसे बर्ताव किया कि पुलिस को उस पर शक नहीं हुआ। उसने ये कहानी सुनाकर पुलिस को चकमा दे दिया कि श्रद्धा अपनी मर्जी से कहीं चली गई थी, क्योंकि उसे अकेले रहना था।

पुलिस के संपर्क करने के बाद भी आफताब अंडरग्राउंड नहीं हुआ था। उसे भरोसा था कि वो पुलिस को चकमा दे देगा। पुलिस पूछताछ में वो बिलकुल नॉर्मल रहा। मानिकपुर पुलिस ने एक बार फिर आफताब को पूछताछ के लिए बुलाया। इस बार भी आफताब बिलकुल बेफिक्र और शांत था। पुलिस ने उसका दो पेज का लिखित बयान लिया और उसने वही कहानी दोहराई कि श्रद्धा झगड़े के बाद उसे छोड़कर चली गई है।

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अबतक छानबीन में जो नई बातें सामने आयी-

दिल्ली में श्रद्धा का कत्ल करने के बाद वह मुंबई भी पहुंचा था और करीब 15 दिन पहले ही उसने परिवार वालों के साथ मिलकर सामान नए घर में शिफ्ट किया। उसे पता था कि अगर पकड़ा गया तो पुलिस और मीडिया परिवार को ढूंढेगा।

मुंबई में आफताब और श्रद्धा 2019 में नयागांव में रहा और फिर कुछ महीनों बाद उसने अक्टूबर 2020 में वसई में फ्लैट किराए पर लिया। इन दोनों ही जगह आफताब ने श्रद्धा को अपनी पत्नी बताया था।

आफताब ने घर के बिस्तर पर ही श्रद्धा का गला दबाकर उसकी जान ले ली थी। इसके बाद घर में उसके शव के 35 टुकड़े किए थे, लेकिन दिल्ली पुलिस हैरान है कि घर में खून का कोई धब्बा ही नहीं मिल रहा। आफताब ने पूरी तरह पक्का किया कि बिस्तर से कोई सबूत न मिले।

दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक खून के धब्बों को ढूंढने के लिए क्राइम सीन पर बैन्ज़ीन नामक केमिकल फेंका जाता है. इससे जहां भी खून गिरा होता है, वह जगह लाल हो जाती है. आफताब को इस पुलिस प्रोसेस का पता था, इसलिए उसने ऐसे केमिकल का इस्तेमाल खून साफ करने के लिए किया, जिस पर बैन्जीन बेअसर है।

आफताब ने श्रद्धा के शव के 35 टुकड़ों को 18 पॉलिथीन बैग में बंद कर फ्रिज में रखा था। शव के टुकड़ों के साथ वो तमाम पॉलीथिन भी उसके खिलाफ अहम सबूत हैं। अब तक न तो शरीर के सभी टुकड़े बरामद हुए हैं और न ही फ्रिज में ही खून के धब्बे मिले हैं। बैन्ज़ीन टेस्ट करने पर भी फ्रिज में खून के धब्बे नहीं मिले।

आफताब ने कबूल किया है कि उसे श्रद्धा के शव के टुकड़े-टुकड़े करने में करीब 10 घंटे लगे थे। उसने एक घंटे तक शरीर के सभी टुकड़ों को पानी से धोया। इसके बाद सभी टुकड़ों को पॉलीथिन में बंद कर फ्रिज में रखता चला गया। इस दौरान उसने ऑनलाइन खाना भी मंगवाया। काम खत्म करने के बाद वह बीयर लाया, फिर नेटफ्लिक्स पर वेब सीरीज देखी और सो गया। हालांकि अगर वह कोर्ट में पलट गया तो इस कहानी को साबित करना बड़ी चुनौती होगी।

श्रद्धा का कत्ल करने के बाद भी आफताब फ्लैट पर किसी महिला दोस्त को लेकर आया था। वो पहले भी श्रद्धा की गैरमौजूदगी में ऐसा करता था। इस वजह से दोनों के बीच झगड़े भी होते थे। पुलिस इन लड़कियों की भी तलाश कर रही है।

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पुलिस को सबूत मिले हैं कि श्रद्धा के कत्ल के बाद आफताब ने अपना पुराना फोन OLX पर बेच दिया है। इस फोन को रिकवर करने की कोशिश की जा रही है। आफताब ने अभी तक श्रद्धा के मोबाइल के बारे में भी सच-सच कुछ नहीं बताया है। महाराष्ट्र में जहां उसने फोन फेंकने की बात कही है, वहां से मोबाइल रिकवर नहीं हुआ है।

आफताब का शातिर दिमाग चुनौति बना-
आफताब ने इस कत्ल के हर स्टेप को बेहद शातिराना तरीके से प्लान किया है। 9 दिन की जांच के बाद भी पुलिस के पास कुछ ठोस नहीं है। अभी तक पुलिस इस मामले में हत्या में उपयोग हुआ हथियार भी नहीं बरामद कर सकी है। इसके अलावा कोई ठोस सीसीटीवी फुटेज भी नहीं मिला है।

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अभी तक इस हत्या को आफताब से जोड़ने के लिए सिर्फ उसका इकबालिया बयान ही है, जिसे वो अदालत में बदल भी सकता है। हाल ही में दिल्ली के 2012 में हुए चर्चित छावला गैंगरेप मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सभी अभियुक्तों को बरी कर दिया है। उस मामले में लड़की का शव भी मिला था और पुलिस ने फोरेंसिक सबूत भी जुटाए थे।

क्या है पूरा मामला?
दरअसल कुछ दिन पहले 14 नवंबर को अचानक दिल्ली पुलिस ने एक बड़ा खुलासा किया। जिसमें बताया गया कि करीब 6 महीने पहले दिल्ली में एक खौफनाक हत्याकांड को अंजाम दिया गया। जिसमें एक फ्लैट में युवक ने अपनी गर्लफ्रेंड की हत्या की और उसके बाद शव के 35 टुकड़े कर दिए। मामले का खुलासा तब हुआ जब श्रद्धा के पिता ने बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस को बताया गया कि वो अपने लिवइन पार्टनर के साथ रहती थी। पुलिस ने आफताब को गिरफ्तार किया और उसके बाद से ही चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं।

फिलहाल पुलिस को शव के कुछ टुकड़े मिले हैं, लेकिन आफताब लगातार पुलिस को भटकाने की कोशिश कर रहा है। यही वजह है कि पुलिस अब तक हत्या में इस्तेमाल किया गया हथियार बरामद नहीं कर पाई है। फिलहाल आरोपी आफताब का नार्को टेस्ट किया जाएगा, जिसके बाद असली सच्चाई सामने आ सकती है।

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