लिम्पी स्किन रोग से गायों की सुरक्षा के लिए गांव मक्कासर के ग्रामीणों ने की अनूठी पहल

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हनुमानगढ़। लिम्पी स्किन रोग से क्षेत्र की सैकड़ों गायों की मौत हो चुकी है और अनेकों गाय इस रोग से ग्रस्ति है। मंगलवार को गांव मक्कासर के जागरूक नागािरकों ने जिला परिषद डायरेक्टर मनीष मक्कासर के नेतृत्व में गांव के नोहरे में लिम्पी स्किन रोग से ग्रस्ति गायों को रखा गया है व नोहरे के चारों और तारबंदी की गई है ताकि कोई स्वस्थ गाय इस नोहरे में प्रवेश न कर सके। इसी के साथ साथ जिला परिषद डायरेक्टर मनीष मक्कासर ने गांव के युवाओं की सहायता से गायों को स्वस्थ करने के लिए डिटोल व फिटकरी युक्त पानी व पशु चिकित्सक डॉ. रामचन्द्र की सलाह से दवाई से गायों को नहलाया गया है। डायरेक्टर मनीष मक्कासर ने बताया कि यह बीमारी मनुष्य में फैली कोरोना महामारी की तरह की है जो गायों की लिम्पी रोग का नाम लेकर आई है। उन्होने बताया कि इस महामारी से पूरे राजस्थान में 5 हजार गायों की मृत्यु हो चुकी है और अनेकों गाय इस रोग से ग्रस्ति है। इस रोग से गायों को बचाने के लिए गांव के ग्रामीणों व आमजन को जागरूक होना होगा जिससे कि स्वस्थ गाय इस रोग से ग्रस्ति गायों के सम्पर्क में न आये और यह महामारी बढ़े नही। फिटकरी और डिटोल युक्त पानी व दवा के नियमित उपयोग से गायों में इस रोग के लक्षण कम होते दिख रहे है परन्तु पूरी तरह से स्वस्थ होने में समय लगेगा।
उक्त महामारी से बचाव के लिए प्रशासन ने भी मुस्तेद प्रबंध किये है परन्तु आमजन को इसके लिए जागरूक होना बेहद आवश्यक है जिससे कि गायों का रक्षण हो सके। उक्त महामारी को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संवेदनशीलता दिखाते हुए इस बार गायों के लिए गौशालाओं का अनुदान 6 माह से बढ़ाकर 9 माह कर दिया है जो कि सराहनीय है। उक्त रोग से बचाव के लिए डॉ. रामचन्द्र गढ़वाल, इन्द्र शर्मा व डॉ. स्वराज समय समय पर गायों की जांच कर रहे है व उचित उपचार दे रहे है। इस मौके पर सरपंच बलदेव मक्कासर, ग्रामीण बबू शर्मा, हसंराज, कर्म, दलौर सिंह, गुरदीप, देवीलाल, कालु, वीरचंद, लखन, मंगत, सुखराम, परमजीत, टीटू शोरगर, इन्द्र शर्मा सहित अन्य ग्रामीण का सहयोग रहा।

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