क्या भारत में मंकीपॉक्स समलैंगिक शारीरिक सबंधों से फैल रहा है? जानें ऐसे ही कई VIRAL सवालों का सच

जब से WHO ने मंकीपॉक्स को लेकर हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है तब से लगातार ये सवाल उठाया जा रहा है कि कोरोना की तरह मंकीपॉक्स भी महामारी का रुप ले सकती है। तो इस पर विशेषज्ञों का कहना है कि मंकीपॉक्स 50 साल पुरानी बीमारी है।

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नई दिल्ली: भारत में मंकीपॉक्स (Monkeypox) नामक वायरस के अबतक चार केस आ चुके हैं जिनमें से एक की रिपोर्ट आना बाकी है। भारत में मंकीपॉक्स के चारों मामले पुरुषों से जुड़े हुए हैं। जिनमें से एक की कोई ट्रेवल हिस्ट्री तक नहीं है तो लोगों में इस वायरस को लेकर चिंता बढ़ने लगी है। इसलिए इंटरनेट और सामान्य लोगों में ये सवाल उठ रहा है कि क्या मंकीपॉक्स भारत में समलैंगिक पुरुषों या बाईसेक्सुअल पुरुषों (Monkeypox Transmission Sexual) के कारण तो नहीं फैल रहा है।

इस सवाल का जवाब हाल ही में न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन की रिपोर्ट में सामने आया है कि मंकीपॉक्स संक्रमण वाले करीब 98% मरीज समलैंगिक पुरुष या बाईसेक्सुअल पुरुष हैं। ऐसे में सवाल उठने लगा कि क्या मंकीपॉक्स एक यौन रोग है। इस सवाल का जवाब कई मीडिया रिपोर्ट्स में विशेषज्ञों से बात की गई जिनमें उनका कहना है कि मंकीपॉक्स के ज्यादातर मामले पुरुषों में मिले हैं, लेकिन अभी इसे सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज नहीं कह सकते हैं।

इस बात पर रिसर्च चल रही है कि क्या ये एक यौन रोग है। यौन संबंध बनाते समय दो लोग करीब आते हैं, ऐसे में कॉन्टैक्ट डिजीज होने की वजह से भी यह बीमारी फैल सकती है। हमारी राय ये है कि अभी मंकीपॉक्स को एक बीमारी के रूप में देखने की जरूरत है। लोगों को संवेदनशील और भेदभाव से मुक्त रहना चाहिए।

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मंकीपॉक्स इन 3 तरह से फैलता है-
पहला: संपर्क में आने से, मतलब जब कोई एक व्यक्ति संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आता है। त्वचा या शरीर का कोई भाग संक्रमित व्यक्ति के टच होता है।

दूसरा: बॉडी फ्लूइड के जरिए। मतलब ये कि संक्रमित व्यक्ति के शरीर से निकलने वाले थूक, छींक, पसीने आदि से ये बीमारी फैलती है।

तीसरा: रैशेज के संपर्क में आने से भी मंकीपॉक्स बीमारी के फैलने की आशंका होती है।

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मंकीपॉक्स क्या महामारी है
जब से WHO ने मंकीपॉक्स को लेकर हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है तब से लगातार ये सवाल उठाया जा रहा है कि कोरोना की तरह मंकीपॉक्स भी महामारी का रुप ले सकती है। तो इस पर विशेषज्ञों का कहना है कि मंकीपॉक्स 50 साल पुरानी बीमारी है। इस बीमारी के खिलाफ तीन वैक्सीन भी मौजूद हैं। ऐसे में इसे आसानी से फैलने से रोका जा सकता है।

मंकीपॉक्स के लक्षण-

  • बुखार।
  • शरीर में दर्द।
  • ठंड लगना।
  • थकान और सुस्ती।
  • मांसपेशियों में दर्द।
  • बुखार के समय बहुत ज्यादा खुजली वाले दाने उभर सकते हैं।
  • चेहरे, हाथ और शरीर के बाकी हिस्सों पर चकत्ते और दाने भी निकल सकते हैं।

कैसे फैलता है मंकीपॉक्स?
मरीज के छूए कपड़े, संपर्क में आयी चीजें, बिस्तर, बर्तन आदि। मरीज या किसी जानवर के संपर्क में आने के बाद खुद को अच्छे से साफ करें। डॉक्टर से संपर्क करें या खुद को आइसोलेडेट रखें ताकि ये बीमारी अन्य लोगों में न फैलें।

कितना खतरनाक मंकीपॉक्स-
अगर आपने सुरक्षा नहीं बरती तो हर बीमारी आपके लिए जानलेवा साबित हो सकती है। इसलिए सुरक्षा ही बचाव है। मंकीपॉक्स से डरने की जरूरत नहीं है। अगर आपको मंकीपॉक्स होता है तो ये 14 से 21 दिनों में ठीक भी हो जाएंगे। मंकीपॉक्स के दौरान आपके शरीर पर दाने होंगे।

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