खेल में असीम संभावनाएं छिपी है, खिलाड़ी खेल को खेल भावना से खेले – तरूण विजय

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– शहीद भगतसिंह क्लब द्वारा पहला क्रिकेट प्रतियोगिता का आगाज
हनुमानगढ़। 
शहीद भगत सिंह क्लब हनुमानगढ़ द्वारा रविवार को पहला क्रिकेट टूनामेंट का आयोजन जंक्शन सिविल लाईन में किया गया। टूनामेंट के उद्धाटन समारोह के मुख्य अतिथि जिला अंहिसा बोर्ड के संयोजक तरूण विजय, विशिष्ट अतिथि भाट समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामप्रताप भाट, समाजसेवी सुनील नंदा, रामस्वरूप भाटी थे। प्रतियोगिता की शुरूवात अतिथियों द्वारा खिलाड़ियों का परिचय लेकर की। आयोजन समिति के सदस्य अश्वनी भाट ने बताया कि शहीद भगत सिंह क्लब हनुमानगढ़ द्वारा पहली बार उक्त प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। उक्त प्रतियोगिता में 20 से अधिक टीमों ने भाग लिया है। उक्त प्रतियोगिता में विजेता टीम को 11 हजार रूपये नगद व ट्रॉफी, उपविजेता 5100  रूपये नगद व ट्रॉफी, सीरिज को 1100 रूपये नगद व ट्रॉफी, बेस्ट बैटसमैन व बोलर को 500 रूपये नगद देकर सम्मानित किया जायेगा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि जिला अंहिसा बोर्ड के संयोजक तरूण विजय ने कहा कि खेल में असीम संभावनाएं छिपी है। जरूरत है अब इस क्षेत्र में अपना मंजिल बनाने की। गांवों के प्रतिभावान छोटे-छोटे खिलाड़ियों के द्वारा इस तरह से टूर्नामेंट का आयोजन करने से खिलाड़ियों में छिपी हुई प्रतिभा सामने आती है। उन्होंने यह भी कहा की इसी तरह के आयोजन से अच्छे खिलाड़ियों की पहचान होती है, जिसके बाद उन्हे उचित मंच भी मिलता है जिससे वह अपनी प्रतिभा दिखाकर जिला राज्य मे अपनी खेल की प्रतिभा से अपना और अपने गांव व परिजनों का नाम रौशन करते हैं। उन्होने कहा कि राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण ओलम्पिक का आयोजन किया जा रहा है जिससे ग्रामीण प्रतिभाएं उभरकर सामने आयेगी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाट समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामप्रताप भाट ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि खेलों से शारीरिक मानसिक बौद्धिक विकास के साथ सर्वांगीण विकास होता है, आपसी भाईचारा शिष्टाचार अनुशासन परस्पर सहयोग की भावना का विकास होता है. अंतरराष्ट्रीय स्तर तक खेलों से खिलाड़ियों की पहचान होती है उन्होंने युवाओं को खेल में कैरिअर बनाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि खेल हमारे जीवन का अभिन्न अंग है, खेलों को हम व्यायाम के रूप में भी खेल कर स्वस्थ रहते हैं। खेल को हमें खेल की भावना के साथ खेलना चाहिए, खेल में हार और जीत सिक्के के दो पहलू के समान हैं. खेल में एक की हार व एक की जीत होना निश्चित है. हार से खिलाड़ियों को निराश नहीं होना चाहिए बल्कि अपने खेल में निखार लाते हुए अच्छे खेल का अभ्यास करना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में अमित कुमार ने आये हुए अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। उक्त आयोजन को सफल बनाने में रविन्द्र सिंह, अशोक कुमार, करण कटारिया, प्रहलाद, पंकज अमलानी सहित अन्य सदस्यों का विशेष सहयोग रहा।
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