अमरसिंह ब्रांच वितरिकाओं व माइनरों की समस्याओं के समाधान की मांग, सौंपा ज्ञापन

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हनुमानगढ़। संयुक्त किसान संघर्ष समिति अमरसिंह ब्रांच नोहर भादरा जिला हनुमानगढ़ के किसानों ने गुरुवार को जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर भादरा/नोहर क्षेत्र की मुख्य फीडर अमरसिंह ब्रांच, वितरिकाओं एवं माइनरों की विभिन्न समस्याओं के निदान के संदर्भ में रामकिशन भाकर के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि नोहर एवं भादरा तहसील के लगभग 35 गांवों को सिंचाई हेतु जल अमरसिंह ब्रांच से नेठराना एवं दीपलाना वितरिकाओं एवं कई माइनरों के माध्यम से सन् 1960 से प्राप्त हो रहा है। भाखड़ा रावी व्यास मैनेजमेट बोर्ड द्वारा भी अमरसिंह ब्रान्स का पानी प्रारम्भ से ही इसी नाम से ही आंवटित किया जाता रहा है, वर्तमान में भी आंवटन अमर सिंह ब्रांच के नाम से ही आंवटित हो रहा है परन्तु गत 15 वर्षों से जब से सिद्धमुख केनाल का क्षेत्र खोला गया है एवं सिद्धमुख केनाल के नाम से हो पृथक से जल आवंटित होने के बावजूद दोनों का जल मिलाकर रेगुलेशन बनाया जा रहा है जो असवेधानिक एवं विधि विरुद्ध है। इससे अमरसिंह ब्रांच के काश्तकारों को जहां 15 दिवस के बाद पानी उपलब्ध होता था की जगह अब 40 दिवस के बाद जल उपलब्ध हो रहा है। दोनों का रेगूलेशन पृथक-पृथक जारी हो एवं अमर सिंह ब्रान्च को आंवटित जल केवल अमर सिंह ब्रांच के क्षेत्र को ही मिले ऐसा निर्देश सिंचाई विभाग को प्रदान किया जाये।
किसी भी मुख्य फीडर में डायरेक्ट आउटलेट्स लगाने का प्रावधान नहीं है परन्तु अमरसिंह ब्रांच में ऐसे मोघे अत्यधिक मात्रा में 30 मोघे काफी समय से लगे हैं एवं चल रहे हैं, कुछ मोघे निर्धारित साईज से 3 व 4 गुणा तक बड़े है, दोनो कारण से ही नेठराना एवं दीपलाना वितरिकाओं को पूरा नहीं मिलता एवं टेल के काश्तकार तो हमेशा ही सुखे में रहते हैं, माननीय उच्च न्यायालय के निर्णय दिनांक 12.07.2018 एवं 23.01.2017 में सीधे मोघे हटाने एवं साईज से अधिक बड़े मोघों को सही करने के निर्देश दिए गए हैं परन्तु बार-बार मांग करने एवं आन्दोलन करने के बाद भी न्यायालय के आदेशों की पालना राजनीतिक दबाव में नहीं की जा रही है, रामगढ़ में हुई वार्ता में भी लिखित में समझौता हुआ कि एक माह में पालना हो जावेगी परन्तु विभाग अनैतिक राजनीतिक दबाव के आगे नतमस्तक होकर ऐसा करने से मुकर गया। अतः माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों की पालना सुनिश्चित कराई जाये अन्यथा काश्तकारों को प्रशासन एवं सिचाई विभाग के विरुद्ध अवमानना की कार्यवाही करनी पड़ेगी एवं आन्दोलन करने को विवश होगें। इसी के साथ  अमरसिंह ब्रांच से लम्बे समय में सरेआम पानी चोरी हो रही है परन्तु सिंचाई विभाग का पानी माफिया से गठबन्धन होने के कारण इनके विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है आवपाशी रिपोर्ट आने के बाद भी विभाग एफआईआर नहीं करा रहा है, इससे स्पष्ट है कि सिंचाई विभाग भ्रष्टाचार कर एवं राजनीति दबाव में मुकदमें नहीं करा रहा है, जब जल संगम के अध्यक्ष के नेतृत्व में काश्तकार अपने हक के पानी चोरी होने से रोकने हेतु प्रयास करता है उन्हें पिटा जाता है एवं उनके वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया जाता है फिर भी पुलिस कार्यवाही नहीं करती। दिनांक 31.12.2021 को प्रशासन- सिंचाई विभाग एवं पुलिस की संयुक्त बैठक में तय किया गया था कि प्रभावी तरीके से चोरी रोकेंगें, परन्तु अब तक कुछ भी नहीं किया गया है, अतः पानी चोरी रोकने हेतु सिंचाई विभाग की जिम्मेवारी तय की जाये एवं राजनीतिक गुण्डागर्दी रोकी जाये।
यह कि सिंचाई विभाग में काश्तकारों की समस्याओं के निदान हेतु जल उपभोक्ता संगम का प्रावधान है एवं समय-समय पर इनके चुनाव की व्यवस्था की गई है नोहर एवं भादरा को छोड़कर श्रीगंगानगर एवं हनुमानगढ़ जिलों में चुनाव सम्पन्न करा दिये गये हैं परन्तु यहां चुनाव राजनीतिक दबाव में बार-बार टाले जा रहे हैं, रामगढ़ वार्ता में 4 माह पहले तय हुआ था कि 15 दिवस में प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी जायेगी परन्तु कुछ भी नहीं हुआ। उक्त समस्याओं के निस्तारण हेतु सिंचाई विभाग को निर्देश प्रदान करायें एवं इसके सम्बन्ध में शीघ्र ही किसानों के साथ वार्ता हेतु सिंचाई विभाग को पाबंद किया जाये अन्यथा 15 दिवस बाद क्षत्रे के काश्तकारों को मजबूरीवश आंदोलन करना पड़ेगा। इस मौके पर रामकिशन भाकर, विक्रमजीत सिंह गोगामेडी, कृष्णचंद भांभू, ओमप्रकाश सहू, राजेंद्र कुमार सरपंच, रघुवीर छिम्पा पूर्व सरपंच, जुगलाल खाती, दीपचंद, मास्टर हनुमान प्रसाद व अन्य काश्तकार व किसान मौजूद थे।
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