चिरंजीव योजना का लाभ नहीं मिलने की शिकायत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा से की

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संवाददाता शाहपुरा। शाहपुरा भीलवाड़ा राजस्थान सरकार के चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा एवं राजस्व मंत्री रामलाल जाट एक दिवसीय दौरे पर बड़ा महुआ चिकित्सालय का शिलान्यास करने पहुंचे और मंच पर परिवादी रवि शंकर सोनी ने स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा को लिखित में शिकायत दी और बताया कि राजस्थान की महत्वकांक्षी चिरंजीव बीमा योजना का लाभ भीलवाड़ा स्वास्तिक हॉस्पिटल एवं सीएमएचओ भीलवाड़ा नहीं देना चाहते हैं और पिछले 8 महीनों से सरकार को और अधिकारियों को गुमराह कर रहे हैं गलत बयान बाजी कर तकनीकी बातों से उलझा कर परिवादी को लाभ नहीं देना चाहते जबकि परिवादी योजना का पात्र व्यक्ति है चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री ने शिकायत सुनने के बाद सीएमएचओ मुस्ताक खान को जांच दी तो परिवादी रविशंकर ने विरोध कर बताया कि शिकायत सीएमएचओ के विरुद्ध है वहां पर भी सीएमएचओ ने गलत बयान बाजी करते हुए गुमराह किया और कहा कि इनका मामला 2 साल पुराना है जब चिरंजीवी योजना लागू ही नहीं हुई थी परिवादी रविशंकर सोनी ने वापस विरोध करते बताया 8 महीने पुराना मामला है और चिरंजीव योजना लागू हो चुकी थी स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने जयपुर आकर मिलने की बात कही और मामले की जांच कराने के लिए कहा गौरतलब है कि परिवादी की पत्नी बुखार से पीड़ित होकर स्वास्तिक हॉस्पिटल में भर्ती हुई थी और 15 दिन भर्ती रही और लीवर की सर्जरी हुई 1 लाख का बिल दवाई और इलाज के स्वास्तिक हॉस्पिटल को भुगतान किया परिवादी बीपीएल परिवार से है जन आधार कार्ड है और चिरंजीव योजना का पात्र है परिवादी ने सीएमएचओ भीलवाड़ा, कलेक्टर नकाते भीलवाड़ा, संभागीय आयुक्त ,चिकित्सा मंत्री, मानव अधिकार आयोग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सचिव, मुख्यमंत्री, राज्यपाल, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, शाहपुरा विधायक, सांसद भीलवाड़ा, लोक सभा स्पीकर, सेशन न्यायाधीश भीलवाड़ा, जन स्वास्थ्य भूजल अभियात्रिकी विभाग के मंत्री, कलेक्टर भीलवाड़ा राजस्थान सरकार राजस्व मंत्री, स्वास्थ्य चिकित्सा मंत्री को लिखित में रजिस्टरडाक द्वारा एवं स्वयं मिलकर चिरंजीव बीमा योजना के लाभ के लिए गुहार लगा चुके हैं लेकिन ऊंचे ओहदे पर बैठे सीएमएचओ द्वारा गुमराह करने वाले एवं तकनीकी जवाब देकर जांच में बाधा बन जाते हैं परिवादी ने बताया कि तीन बार सतर्कता समिति की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मामला आने ही नहीं दिया जिसके कारण परिवादी को चिरंजीव योजना का लाभ नहीं मिला जहां एक और सरकार जनहित के लिए करोड़ों रुपए लगा रही है वहां भीलवाड़ा के अधिकारी सरकार की महत्वकांक्षी योजना को ध्वस्त कर जमीन पर गिराना चाहते हैं
मंत्री द्वारा जांच सीएमएचओ को देने पर हैरान और परेशान होकर कहा कि जिसकी शिकायत लेकर आए थे उसी को वापिस जांच मिल गई न्याय की क्या उम्मीद करें 1 दिन न्याय मिलेगा।

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