हनुमानगढ़ । सनातन धर्म यात्रा के हनुमानगढ़ आगमन पर 23 अप्रैल से 29 अप्रैल तक श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन जंक्शन दुर्गा मंदिर धर्मशाला में किया जा रहा है। श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन कथावाचक भाई संतोष सागर जी महाराज ने बोलते हुए कहा सेवा करने से तन ,सत्संग करने से मन तथा दान करने से धन पवित्र होता है।महाराज ने कहा सुखदेव जी महाराज को अवधूत की उपाधि दी गई ये 12 वर्ष तक मां के गर्भ में रहे। गर्भ में शिशु का संबंध सीधा हरी से होता है। प्राणी गर्भ में हरी हरी करता है पर संसार में आते ही हाय हाय करने लगता है।राजा परीक्षित को 7 दिन में मृत्यु का श्राप लगा तो उन्होंने सुखदेव जी से पूछा 7 दिन में मरने वाले को क्या करना चाहिए तब सुखदेव जी ने श्रीमद भागवत कथामृत का पान करने का कहा। महाराज ने कथा में कहा जब परमात्मा के नाम लेने से सतसंग में आंखों में आंसू आने लगे,भगवान के दर्शन को मन तड़फने लगे तब समझ लेना हरी से मिलन का मार्ग मिल गया। भगवान ने इंसान को 3 पेज की डायरी दी है जिसके पहले पन्ने पर भगवान ने लोक दिया जन्म तीसरे पन्ने पर लिखा मृत्यु पर बीच का जीवन रूपी पन्ना सादा छोड़ दिया जिसे इंसान अपने कर्म रूपी पेन से लिखता है उसी से उसके जीवन का रूप बनता है जिसके लिए दुनिया उसको याद करती। इंसान अच्छे कर्मों से अपना नाम अमर कर सकता है।
कथा स्थल पर प्रात विश्व कल्याण हेतु यज्ञ किया गाया। भाई श्री ने कुरुक्षेत्र में भीष्म पितामह द्रोपदी अर्जुन संवाद की कथा बताई। द्रोपदी को कृष्ण भक्ति का उल्लेख करते हुए बताया की द्रोपदी ने कृष्ण का सानिध्य पाने के लिए दुख मांगा क्यों की दुख में भगवान याद आते है। कथा के मुख्य यजमान महावीर जांगिड़, कलवन्त सिंह, मनोज कुमार ने विधिवत पूजा-अर्चना करवाई जिसके पश्चात कथा का शुभारंभ हुआ। आयोजन समिति के सदस्य विकास गुप्ता ने बताया कि सनातन धर्म यात्रा 1 वर्ष में पूरे राजस्थान के 33 जिलों में प्रवास करेगी जिसमें हनुमानगढ़ तृतीय पड़ाव है। उन्होंने बताया कि सनातन धर्म यात्रा के तहत 23 अप्रैल से 29 अप्रैल तक जंक्शन की दुर्गा मंदिर धर्मशाला में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है इसके तहत प्रतिदिन प्रातः 7:00 से 9:00 बजे तक वैदिक यज्ञ अनुष्ठान, 9:00 से 11:00 बजे तक श्रीमद् भागवत गीता प्रचार-प्रसार, दोपहर 3:00 से साईं 7:00 बजे तक कथा श्रवण एवं रात्रि 9:00 बजे से 10:00 बजे तक जीवनोमुखी एवं राष्ट्रवादी गीत भजन कार्यक्रम का आयोजन होगा। उन्होंने बताया कि इस यात्रा में श्रीमद्भागवत गीता ग्रंथ का निशुल्क वितरण धार्मिक ग्रंथों का प्रचार यज्ञ एवं सनातन धर्म उत्थान के आध्यात्मिक एवं राष्ट्रीय मूल्यों से जुड़ने वाले आयोजन होंगे। उक्त आयोजन में रतन जसूजा, राजेन्द्र छाबड़ा, सतीश गोयल, कपिल महला, सुभाष गर्ग ,राजेन्द्र श्योराण, विशाल सोनी, सुभाष गर्ग, प्रकाश तंवर, बृजकिशोर तिवाड़ी, हेतराम वर्मा, महावीर जांगिड़ , राजू गोस्वामी, दौलत गुप्ता, सुन्दर रेडीमेड, गोपी मूंदड़ा, नारायण चंदर राठी ने व्यवस्था संभाली।
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