दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग, एसपी से लगाई न्याय की गुहार

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हनुमानगढ़। सुरेशिया निवासी सीता देवी पत्नी अमर सिंह ने वार्डवासियों के सथ गुरूवार को जिला पुलिस अधीक्षक के ज्ञापन देकर दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही की मांग करते हुए अपने घर में प्रवेश दिलवाने की मांग की है। ज्ञापन में बताया कि उसका निवास वार्ड न. 53 पुलिस चौकी के सामने, सुरेशिया है। सीता देवी के पति अमर सिंह द्वारा दिनांक 18.07.1989 में अपनी जमापूंजी से चावली देवी पत्नि पूरनाराम जाति कुम्हार निवासी वार्ड नं. 02, सुरेशिया, हनुमानगढ़ जंक्शन से उनके आधिपत्य व धारण का कब्जाशुदा मकान साईज 25 गुणा 50 फुट मुकाम वार्ड न0 53. पुलिस चौकी के सामने, सुरेशिया खरीद कर उक्त मकान का कब्जा मौका पर प्राप्त कर लिया था व सौदा पेटे समस्त राशि चावली देवी को अदा कर दी थी। उक्त मकान का बिजली कनेक्शन मकान खरीदने के समय रामदेवी के नाम से थे जो कि सीता देवी के पति द्वारा परिवर्तीत नहीं करवायां व पानी का कनैक्शन सीता देवी के पति के नाम लिया हुआ है। उक्त मकान खरीद करने के कुछ समय पश्चात सीता देवी के पति का स्थानान्तरण हनुमानगढ़ से अजमेर हो गया, जिस कारण सीता देवी के पति द्वारा अपनी जरूरत का कुछ सामान उक्त मकान में एक कमरे में अलग से रख दिया। सीता देवी के पति द्वारा उक्त मकान श्रीमति लीला देवी निवासी हुडको कॉलोनी की जानकार पम्मी देवी को किराये पर दिया हुआ था, सीतादेवी के पति उक्त मकान की सार-सम्भाल हेतु समय-समय पर हनुमानगढ़ आते रहते है। अर्सा कुछ समय पूर्व सीता देवी के पति की तबियत काफी खराब हो गई जिस कारण सीता देवी मकान का किराया लेने व मकान की सार-सम्भाल करने हेतु हनुमानगढ़ आती रहती थी। वर्ष 2018 में सीता देवी को अपने परिवार सहित हनुमानगढ रहने के लिये आना था. इसलिये पम्मी देवी से अपना मकान खाली करवा दिया व अपना सामान भी लाकर उक्त मकान में रख दिया. इसी दौरान कोरोना महामारी के कारण सीतादेवी व उसका परिवार हनुमानगढ रहने हेतु नहीं आ सके इसलिये उक्त मकान की सार-सम्भाल हेतु पड़ौसी रूप सिंह पुत्र हाकम सिंह जिस पर सीता देवी के पति पूर्ण विश्वास करते थे व पड़ौसी होने के कारण रूप सिंह को उक्त मकान की सार-सम्भाल करने हेतु कहा। जिसके बाद रूप सिंह के मन मे बेईमानी आ गई व सीतादेवी के पति की तबियत खराब होने व लॉकडाउन होने के कारण सीतादेवी उक्त मकान में शिफ्ट होने हेतु हनुमानगढ नहीं आ पाई। दिनांक 10.04.2022 को सीतादेवी अपने पुत्र अर्जुन सिंह के साथ अपने उक्त मकान में आई तो सीतादेवी ने देखा कि रूप सिंह ने मकान की दीवार तोड़कर अपने घर में जाने के लिये रास्ता निकाल रखा था व कमरे में रखा सामान भी मौका पर नहीं था। सीता देवी ने रूप सिंह की इस बाबत उलाहना दिया तो मुलजिम रूप सिंह, तरसेम सिंह पुत्र रूप सिंह, लखविन्द्र सिंह पुत्र रूप सिंह, मनजीत कौर उर्फ कृष्णा पत्नि रूप सिंह, बलजीत कौर पत्नि तरसेम सिंह, सीमरजीत कौर पत्नि लखविन्द्र सिंह आदि एकराय होकर जबरन प्रार्थीया के घर में घुस आये जातिसूचक गालिया निकालने लगे। सीतादेवी ने मुलजिमान को गाली-गलीच करने से रोका तो रूप सिंह ने धमकी दी कि इसी समय यहां से चल जाओ अन्यथा हम तुम्हें जान से मार देंगे। सीता देवी ने कहा कि यह मकान मेरे पति द्वारा खरीदशुदा है, इसमें रहने का हम पूर्ण अधिकार है, इस बात पर समस्त मुलजिमान नाराज हो गये व मुलजिमान ने सीता देवी व उसके पुत्र को जबरन धक्के मारकर घर से बाहर निकाल दिया व धमकी दी कि यदि दुबारा यहां आये तो तुम्हें जान से मार देंगे। उक्त घटना की सूचना बाबत सीतादेवी ने पुलिस चौकी सुरेशिया, हनुमानगढ़ जंक्शन में दिनांक 12.04.2022 को प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया गया था लेकिन पुलिस द्वारा मुलजिमान के विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं की गई। सीतादेवी अपना मकान होते हुए भी मजबूरन पड़ौसी में घर में रह रही है। मुलजिमान सीतादेवी को सीतादेवी के घर में घुसने नहीं दे रहे है। सीता देवी ने वार्डवासियों के साथ जिला पुलिस अधीक्षक के समक्ष गुहार लगाकर उक्त मुलजिमान के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर सख्त कानूनी कार्यवाही करने व सीता देवी द्वारा उक्त मकान में प्रवेश करने व उपयोग व उपभोग करने पर किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न ना करने व किसी प्रकार की दखलअन्दाजी ना करने तथा पुलिस सुरक्षा में सीतादेवी को घर में प्रवेश करवाने की मांग की है।

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