दिल्ली: बीजेपी ने यूपी चुनावों के पहले दो चरणों के लिए अपने स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी कर दी है। लिस्ट में पीएम नरेंद्र मोदी, अध्यक्ष अमित शाह, राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, नितिन गडकरी और स्मृति ईरानी समेत 40 लोगों के नाम शामिल हैं। शिवराज चौहान, वसुंधरा राजे, मेनका गांधी और उमा भारती भी इस लिस्ट में हैं। लेकिन वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी का नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट में नहीं है। युवा नेता वरुण गांधी को भी इसमें शामिल नहीं किया गया है।
स्टार प्रचारक वे होते हैं जिनका खर्च उम्मीदवारों के खर्च में शामिल नहीं होता, ये पार्टी वहन करती है। बीजेपी की सूची में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर का नाम भी नहीं है। पहले कहा गया था कि सर्जिकल स्ट्राइक को बड़ा मुद्दा बनाया जाएगा और पर्रिकर प्रचार का बड़ा चेहरा होंगे लेकिन लगता है पार्टी ने इरादा बदल दिया है। स्टार प्रचारकों की सूची में विनय कटियार का नाम भी नहीं है पर हेमा मालिनी स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल हैं।
स्टार प्रचारकों में मोदी, शाह, राजनाथ, केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी, अरुण जेटली, वेंकैया नायडू, स्मृति ईरानी, उमा भारती, कलराज मिश्र, मेनका गांधी, राम विलास पासवान, मुख्तार अब्बास नकवी, पीयूष गोयल, महेश शर्मा, संजीव बालियान, वी के सिंह, साध्वी निरंजन ज्योति, संतोष गंगवार जैसे भाजपा के कद्दावर नेता शामिल हैं।
इसके अलावा रामलाल, भाजपा उपाध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी ओम प्रकाश माथुर, प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया, गोरखपुर से लोकसभा सांसद योगी आदित्यनाथ, मथुरा से सांसद हेमामालिनी, शिव प्रकाश, सुनील बंसल, राजवीर सिंह, कौशल किशोर, मनोज तिवारी, स्वामी प्रसाद मौर्य, एसपी सिंह बघेल, हुकुम सिंह भी प्रचार में लगेंगे।
भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी हरिश्चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि रामशंकर कठेरिया, रविकांत गर्ग, भूपेन्द्र यादव, बी एल वर्मा, नरेन्द्र कश्यप, अवतार सिंह भडाना और लोकेश प्रजापति को भी चुनाव प्रचार में लगाया जाएगा. उन्होंने बताया कि भाजपा के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने विधानसभा चुनाव के लिए प्रथम चरण तथा द्वितीय चरण के प्रचार में शामिल होने वाले वरिष्ठ नेतागणों की सूची स्टार प्रचारक के रूप में मुख्य चुनाव आयुक्त को दी है।
गौरतलब है कि वरुण गांधी के समर्थक पिछले वर्ष परोक्ष रूप से सीएम पद के लिए उनके नाम की दावेदारी पेश कर चुके हैं. 12 जून 2016 को इलाहाबाद में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान पूरे शहर में वरुण गांधी के पोस्टर लगे थे. उस बैठक में पार्टी यूपी चुनावों को लेकर रणनीति को अंतिम रूप देने में लगी थी और कयास लगाए जा रहे थे कि वरुण अपनी दावेदारी पेश करना चाह रहे थे।
हालांकि पार्टी ने कहा था कि पोस्टर लगाने से कोई सीएम पद का उम्मीदवार नहीं बन जाता. आपको बता दें कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी के दौरान सुल्तानपुर से पार्टी सांसद वरुण गांधी के सैंकड़ों पोस्टर पटे होने और अपने दो दर्जन वाहनों के काफिले के साथ शहर में पहुंचने के बाद जिस तरह से उनका रोड शो हुआ एवं उनके समर्थकों ने जिस तरह का माहौल बनाया, उससे इलाहाबाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद सबसे ज्यादा चर्चा के केंद्र में वरुण गांधी ही रहे थे.
13 जून 2016 को भी पार्टी अध्यक्ष अमित शाह द्वारा बुलाई गई बैठक में भी वरुण गांधी नहीं पहुंचे थे. इसे भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी के दौरान शहर में लगे वरुण गांधी के पोस्टरों के मामले से जोड़कर देखा गया था.