“अन्वेषिका – 2022” को अंतिम दिन देखने पहुचे हजारों विद्यार्थी

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श्री खुशाल दास विश्वविद्यालय मे हुआ पांच दिवसय राष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनी “अन्वेषिका – 2022” का समापन
अन्वेषिका दृ 2022 वैज्ञानिक सोच को बढावा देने वाला मंच- धर्मेन्द्र मोची
हनुमानगढ़ 
स्थित श्री खुशाल दास विश्वविद्यालय में पांच दिवसीय राष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनी “अन्वेषिका – 2022” का समापन समारोह आयोजित हुआ। समारोह में पीलीबंगा विधायक श्री धर्मेन्द्र मोची, हनुमानगढ़ उपखण्ड अधिकारी अवि गर्ग, पीलीबंगा उपखण्ड अधिकारी रणजीत बिंजारणीया, स्कूल शिक्षा बीकानेर संभाग के सयुक्त निदेशक तेजा सिंह गदराना, सीआरपीएफ के आईजी गिरीश चावला, तहसीलदार आकाक्षा गोदारा, नायब तहसीलदार हरबंस लाल, स्कूल शिक्षा के पूर्व सयुक्त निदेशक मोहनलाल स्वामी शामिल हुए। राष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनी “अन्वेषिका – 2022” के समापन समारोह में श्री खुशाल दास विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.(डॉ.) एस.के. दास ने कहा कि विज्ञान हमारे जीवन को सुगम बनाता है तथा हमारे जीवन का अभिन्न अंग है। आज ही के दिन नोबेल पुरस्कार विजेता भारतीय वैज्ञानिक चन्द्रशेखर वेंकट रमन द्वारा सन् 1928 को रमन प्रभाव की खोज की थी तथा इसी खोज के लिए सन् 1930 में उन्हे नोबेल पुरस्कार प्राप्त हुआ था। उसी प्रकार आज श्री खुशाल दास विश्वविद्यालय द्वारा बाल वैज्ञानिकों “अन्वेषिका – 2022” के माध्यम से जो मंच प्रदान किया है वो भविष्य मे उनको नोबेल पुरस्कार, अन्तर्राष्ट्रीय सम्मान अथवा राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त करने के सफर मील का पत्थर साबित होगा। उन्होने आगे कहा कि मानव को प्रकृति एवं प्राकृतिक सरंचना का सरंक्षण करना चाहिए क्योकि प्रकृति से मानव जाति न कि मानव जाति से प्रकृति इस लिए मानव का प्राकृतिकरण होना चाहिए न कि प्रकृति का मानवीकरण।पीलीबंगा विधायक श्री धर्मेन्द्र मोची ने कहा कि आज यह हमारे लिए एक गौरव का समय है कि श्री खुशाल दास विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनी का सफल आयोजन कर वैज्ञानिक सोच को बढावा देने का कार्य किया है, जिसमे देश भर से विद्यार्थियो ने भाग लिया। उन्होने आये हुए विद्यार्थियों, प्रतिभागियों व विश्वविद्यालय परिवार की प्रशंसा की। हनुमानगढ़ उपखण्ड अधिकारी अवि गर्ग ने कहा श्री खुशाल दास विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनी अन्वेषिका-2022 के माध्यम से बाल वैज्ञानिको को अपनी सोच को प्रस्तुत करने का जो मंच प्रदान किया है। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर बाल वैज्ञानिकों को उनकी सोच को प्रस्तुत करने के लिए सम्मानित करते हुए हमे गौरव की अनुभूति हो रही है क्योकि आज जिनको ये सम्मान दिया जा रहा है वो आने वाले समय मे इससे भी बङा सम्मान प्राप्त करेगा तो उसे आज के सम्मान की याद दिलायेगा क्योकि यही से उसको अपनी सोच को मूर्तरूप देने का हौसला मिला था। जैसा कि इस अन्वेषिका की थीम भी हौसलो की उङान है। पीलीबंगा उपखण्ड अधिकारी रणजीत बिंजारिया ने कहा कि विज्ञान मानव जाति के लिए बहुत उपयोगी हैं परन्तु जिस प्रकार हर सिक्के के दो पहलू होते है उसी प्रकार से विज्ञान का गलत इस्तेमाल मानव जाति का नुकसान भी कर सकती है। उन्होने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि उनका प्रयास रहना चाहिए कि उनके द्वारा की जा रही खोज मानव जाति के लिए लाभकारक हो। आयोजन समिति के संयोजक डॉ. श्यामवीर सिंह, विभागध्यक्ष रासायन शास्त्र, ने बताया कि अन्वेषिक 2022 में देश भर से 44 स्कूलों से 69 मॉडल प्रदर्शनी में प्रदर्शित किये गये जिसमें कुल 163 प्रतिभागी थे। अन्वेषिका 2022 के पांच दिनों में आस-पास के क्षेत्र के 60 से अधिक स्कूलों, कोचिंग संस्थानों के 6000 से अधिक विद्यार्थियों एवं 150 से अधिक अध्यापको ने प्रदर्शनी का भ्रमण किया तथा प्रदर्शनी का लाभ उठाया। कुल 1,30,000 से ज्यादा के पुरस्कारों का वितरण हुआ।

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