जिला सवांददाता भीलवाड़ा। प्र.सिं.बा. राजकीय महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में हार्टफुलनेस सेमिनार का आयोजन डॉ. अनु कपूर प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय बनेड़ा के मुख्यातिथ्य एवं प्राचार्य डॉ. हरमल रेबारी की अध्यक्षता में हुआ। हार्टफुलनेस की प्रशिक्षिका डॉ. कपूर ने आज के आपाधापी के युग में तनावग्रस्त मानव के लिये हार्टफुलनेस की उपादेयता पर प्रकाश डालते हुए ध्यान और साधना का वीडियो के माध्यम से व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया। डॉ. रेबारी ने भारतीय योगशास्त्र के अष्टांग योग की अवधारणा एवं पारम्परिक नैतिक मूल्यों की आधुनिक विज्ञानपरक व्याख्या करने वाले दाजी के योगदान का उल्लेख करते हुए बताया कि यौगिक साधना द्वारा मानव अपनी नियति का निर्माता और नियन्ता बनकर सांसारिक सन्तापों से सन्तप्त मानवता का कल्याण कर सकता है। विशिष्ट अतिथि प्रो. रामावतार मीना ने महानगरीय जीवनशैली को तनाव का कारक बताते हुए ग्रामीण जीवन के पारम्परिक जीवनमूल्यों को अपनाने पर बल दिया। प्रो. मूलचन्द खटीक ने बताया कि हार्टफुलनेस कार्यक्रम के माध्यम से मानव जीवन को तनावमुक्त बनाया जा सकता है। सेमिनार में डॉ. अनिल कुमार श्रोत्रिय, डॉ. ऋचा अंगिरा, रासेयो प्रभारी प्रो.धर्मनारायण वैष्णव, प्रो. जयकृष्ण त्रिपाठी, डॉ. हंसराज सोनी, प्रो. अतुल कुमार जोशी एवं प्रो. नेहा जैन उपस्थित थे। सेमिनार का संचालन रासेयो की स्वयंसेविका जयश्री शर्मा ने किया। कार्यक्रम अधिकारी डॉ. रंजीत जगरिया ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
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