विद्या ऐसा धन है जिसे कोई छीन नहीं सकता – डॉ. श्यामसुन्दर शर्मा

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हनुमानगढ़। जंक्शन के सरस्वती कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बसंत पंचमी का त्योहार परंपरागत ढंग से मनाया गया। बसंत पंचमी का त्योहार विद्या की देवी माँ सरस्वती की आराधना के रूप में मनाया जाता है। यह भारतीय संस्कृति की एक अद्भुत पहचान है कि भारत में प्रत्येक ऋतु किसी न किसी त्योहार से संबंधित है। महाविद्यालय प्रांगण में बसंत पंचमी के अवसर पर माँ सरस्वती की पूजा अर्चना का आयोजन किया गया। महाविद्यालय प्रिसंीपल डॉ. श्याम सुन्दर शर्मा, लक्की सेठी सहित समस्त  स्टाफ सदस्यों व बेटियों ने मां सरस्वती की पूजा अर्चना कर विद्या का वरदान मांगा। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. श्यामसुन्दर शर्मा ने कहा कि विद्या धन सबसे बड़ा धन है। इसके द्वारा मनुष्य अपने जीवन को सार्थक बना सकता है। सफलता की ऊंचाइयों को प्राप्त कर सकता है। विद्या ऐसा धन है जिसे कोई छीन नहीं सकता है। उन्होने बताया गया कि यह माघ मास की पंचमी को पर्व मनाया जाता है। इसी दिन भारतवर्ष के विभिन्न प्रदेशों में वसंतोत्सव भी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इसी दिन मां सरस्वती की उत्पत्ति हुई थी। कार्यक्रम के बाद सभी को प्रसाद का वितरण किया गया।

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