हनुमानगढ़। करीब एक साल तक किसानों के चले आन्दोलन के बाद केन्द्र सरकार ने तीनों काले कानूनों को वापिस लेे लिया है इसी खुशी में किसानों द्वारा किसान विजय रैली निकाली जा रही है। रैली का गुरूवार को ग्राम पंचायत मक्कासर में गांव के किसानों द्वारा सरपंच बलदेव मक्कासर के नेतृत्व में जोरदार स्वागत किया गया। किसान विजय रैली में किसान नेता अमराराम, पेमाराम, छगन चौधरी, रामेश्वर वर्मा, रघुवीर वर्मा, रेशम सिंह माणुका, मनप्रीत सिंह, करनैल सिंह, जैल सिंह, अमित गोदारा मक्कासर, अशोक सिहाग, नक्षत्र सिंह मान, रूलदू संह, साहब सिंह, ओम स्वामी, छोटा सिंह गेदर, अजायब सिंह, जवाहर सिंह, छिन्पा पेन्सीय, गुरदीप सिंह वार्ड पंच, सतीश वार्ड पंच, डॉ. पलविन्द्र सिंह, हाकुर अर्जुन सिंह, लखवीर सिंह लक्खा, जगदीश मेघवाल सहित अन्य किसानों का ग्राम पंचायत मक्कासर के सरपंच बलदेव मक्कासर द्वारा माला पहनाकर व शॉल उढाकर सम्मान किया गया। कार्यक्रम को संबोेधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि मोदी सरकार के तीनों काले कानूनों की वापसी उन किसानों और किसान संगठनों के संघर्ष की जीत है। जो विगत एक वर्ष से भी अधिक समय से देश के अन्नदाता के भले के लिए यह लड़ाई लड़ रहे थे। लगभग 700 से अधिक किसान इस लड़ाई में शहीद हुए हैं। देर आयद दुरुस्त आयद की तर्ज पर केंद्र सरकार को अपने अहंकार और घमंड से ऊपर उठकर आखिरकार तीनो काले कानूनों को वापस लेना पड़ा। उन्होने कहा कि सच और हक के उक्त उचित आंदोलन एवं संघर्ष के बाद मोदी सरकार को घुटने टेकने पड़े है परन्तु जंग अभी खत्म नही हुई एमएसपी दिलाना सहित अंडानी अम्बानी कोे ठेके पर दिये वेयर हाउस का संघर्ष अभी बाकी है। इस मौेके पर सैकड़ों की संख्या में किसानों ने संघर्ष में आगु रहने वाले किसान नेताओं का सम्मान किया।
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