प्रतिभा किसी की गुलाम नहीं होती

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संवाददाता भीलवाड़ा। आसींद कस्बे में केसरिया बालाजी के पास कृषि मंडी रोड के सहारे एक झोपड़पट्टी बनाकर गरीब परिवार का बच्चा रहता है जिसका नाम चांदमल गाडोलिया लोहार हे आज के करीब 6 साल पहले ट्रक एक्सीडेंट में कमर व दोनों पैर टूट गऐ लेकिन उसके जज्बे को सलाम आज भी अपने हुनर से महिंद्रा पिकअप बोलेरो गाड़ी का छोटा रूप बनाकर उसके ऊपर डीजे छोटा रूप बनाकर अपना पेट गुजारा करता है डीजे को खरीदने के लिए बर्थडे डीजे गाड़ी वाले हॉनर आकर अपनी ऑफिस में सो पीस के रूप में रखने के लिए ले जाते हैं रोड पर जो भी लोगों का गुजरते है उनकी नजर बने हुए डीजे पर पड़ती है तो रुक कर उसे देखते हे।

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