हनुमानगढ़। स्वयंसेवी शिक्षण संस्था संघ हनुमानगढ़ ने मंगलवार को हनुमानगढ़ आये प्रभारी मंत्री डॉ. बीडी कल्ला को निजी शिक्षण संस्थाओं को आरटीई के पुर्नभरण राशि के सदर्भ, ऑनलाईन शिक्षण सत्यापन व स्थाई मान्यता सहित अन्य मांगों को लेकर तहसील अध्यक्ष विजय सिंह चौहान के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन देते समय संघ के वरिष्ठ सदस्य आरके त्यागी ने बताया कि हनुमानगढ़ में एक हजार से अधिक निजी शिक्षण संस्थाएं है, जो पिछले 16 माह से आर्थिक संकट से गुजर रही है। सत्र 2019-20 की द्वितीय किश्त कुछ संस्थाओं की बकाया है जिसका अभी तक भुगतान नही हुआ है, कुछ विद्यालय की वर्ष 2012-13, 2017-18 व 2018-19 की पुनर्भरण राशि का भुगतान भी बकाया है, सत्र 2021-21 की पुनर्भरण राशि भी अभी तक बकाया है जिसका भुगतान अभी तक नही हुआ है। सदस्य दीपक कश्यप ने बताया कि सत्र 2020-21 में राज्य सरकार द्वारा ऑनलाईन शिक्षण सत्यापन में आधार, मोबाईल नम्बर, ईमेल का विकल्प दिया गया था जिसमें विद्यालयों में अध्ययन के लिये ऑनलाईन शिक्षण के माध्यम से विद्यार्थियों को जोड़े रखा है लेकिन ऑनलाईन सत्यापन में आरटीई के बच्चों में लाल रिमार्क दिखाया जा रहा है। बच्चों के आरटीई के पोर्टल पर मोबाईल नम्बर पहले से ही उपलब्ध है। छात्रहित को देखते हुए इन निःशुल्क बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए सुधा करने की मांग की। तहसील अध्यक्ष विजय सिंह चौहान ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान अजमेर द्वारा स्थाई मान्यता के लिये जो पेनल्टी लगाई गई है उस पेनल्टी में छूट दी जावे क्योकि इस कोरोना समय में यह पेनल्टी भरना उचित नहीं है। उन्होंने ज्ञापन देकर उक्त समस्याओं के समाधान की मांग की है और पुनर्भरण राशि का भुगतान जल्द से जल्द करवाने की मांग की है जिससे राहत मिल सके। इस मौके पर राजेश मिढढ़ा, शिंटू मिश्रा, लोकेश शर्मा, श्रवण शर्मा, पंकज, दीपक कश्यप, विनोद, जसवंत सिंह, बलकरण सिंह, शिवपाल सिंह व अन्य सदस्य मौजूद थे।
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