लॉकडाउन में गोपाल ने की पपीता की खेती अब रोजाना बेच रहा तीन हजार के पपीता।

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कृषि विभाग ने दिया ग्यारह हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि।

संवाददाता भीलवाड़ा। रायला थाना क्षेत्र के सरेरी ग्राम पंचायत के बांगा का खेडा के गोपाल कुमावत ने की पपीता की खेती , आज गोपाल महीने के 1 लाख रुपये के पपीते बेच रहे है । किसान ने अपनाई पपीता की जैविक खेती जिसमें खुद युवा गोपाल ने बंगलोर से बीज मंगवाये ओर नर्सरी तैयार की जिसमे 700 पोधे का बीजो रोपण किया गया था , जिसमे से 400 पोधे सफल किये गए । जिन्होंने बून्द बून्द सिचाई ड्रिप के माध्यम से शुरुआत की थी । एक बिगा मे गोपाल कुमावत ने पपीता की खेती शुरू की थी।आज हर पोधे पर करीब डेढ़ दो क्विटल पपीता का उत्पादन होने का अनुमान है। जो करीबी एक बार मे चार पांच लाख की खेती पक जाती है और खर्चा भी कम आता है ।
गोपाल कुमावत ने शत प्रतिशत जैविक खेती की जिस कारण हुरड़ा कृषि अधिकारी ने बागवानी के क्षेत्र में अच्छी खेती करने पर ग्यारह हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी गई थी ।
गोपाल कुमावत दसवीं तक पढ़े लिखे ओर तथा आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बाद पढ़ाई लिखाई छोड़ कर संगम मिल में पांच साल तक काम किया और अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति कम होने के कारण अपने पिता बालू कुमावत के साथ खेती करने लगे थे । पहले उन्होंने मिर्ची टमाटर की खेती की थी जिसमे मेहनत अधिक होने के कारण इस वर्ष लॉकडाउन में पपीता की नर्सरी लगाई और लाखों रुपये कमा रहा है

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