सात लाख इक्यावन हजार दीपको से जगमगा उठा नई अयोध्या धाम ।

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संवाददाता भीलवाड़ा। बागोर क्षेत्र स्थित डाँग के हनुमान मंदिर घोड़ास में कार्तिक मॉस में अखण्ड रामनाम धूनी के प्रारम्भ होने के साथ ही कार्तिक पुर्णिमा पर सोमवार को गोविन्द सरोवर पर सात लाख इक्यावन हजार दीपो से “सीताराम सीताराम”, “जयश्रीराम”, “जयसियाराम”, “भारत की नई अयोध्या धाम” सहित नाना प्रकार के स्लोगन लिखे हुए विभिन्न आकृतियों में सजाए गए दीपकों का सैकड़ो भक्तो द्वारा धार्मिक नाम लिखकर गोविंद सरोवर पर भव्य दीपदान कर सरोवर को “देव दिवाली” के अवसर पर दुल्हन की तरह सजाया गया । जो आगंतुक भक्तजनों में मुख्य आकर्षण का केन्द्र बिंदु भी रहा । जिसका मनोरम द्रश्य देखते ही बनता नजर आया जिसने सभी श्रद्धालुओ का मन मोह लिया । वही गोविन्द सरोवर तट पर छप्पनभोग की आकर्षक झाँकी भी सजाई गई । सोमवार अल सुबह से ही आस पास के गाँवो से आई प्रभात फेरियो ने भगवान श्रीराम दरबार की
झांकी के सानिध्य में डाँग के हनुमान मंदिर में प्रभातफेरी निकाली जिससे यहां का वातावरण “सीताराम सीताराम” व हरि कीर्तन के “हरिबोल हरिबोल” नाम से गुंजायमान कर दिया । प्रभात फेरी में रथ और बग्गी के साथ में सूक्ष्म रूप से शोभायात्रा मंदिर प्रांगण में निकाली गई । जिसमे कई गाँवों की प्रभातफेरियों में आये श्रधालुओ ने ढोलक, ताल, मजीरो की धुनों पर भजन कीर्तन कर नाचते झूमते हुए श्रद्धालुओ ने नई अयोध्या धाम व घोड़ास गांव की शौभा बढ़ाई।
डाँग के हनुमान मंदिर घोड़ास व चारभुजा चम्पाबाग करेड़ा के महंत सरजूदास महाराज के शिष्य विश्रामदास व सियाराम दास महाराज ने बताया कि महंत सरजुदास महाराज के सानिध्य में कार्तिक पूर्णिमा महोत्सव के तहत दीपदान व छप्पनभोग के कार्यक्रम को लगातार 16वें वर्ष भी “देव दिवाली” कार्तिक महोत्सव के रूप में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मनाया गया । वही इस कार्यक्रम में संतो ने घोड़ास में पधार कर गोविन्द सरोवर की धरती को पवित्र करके भारत की नई अयोध्या रूप में पावन धाम बनाया ।
डाँग का हनुमान मंदिर घोड़ास की लोक मंगल सेवा समिति के सभी सदस्यों ने मिलकर पूरी व्यवस्था को अंजाम दिया ।
कार्तिक पुर्णिमा पर घोड़ास डाँग के हनुमान मंदिर में आयोजित होने वाले सात लाख इक्यावन हजार दीपदान और छप्पनभोग के कार्यक्रम व प्रभातफेरियों के इस संगम को देखने घोड़ास गांव के साथ ही बागोर, माण्डल, कारोही, करेड़ा, भादू, सारणो का खेड़ा, भांवलास, चांदरास, लेसवा, करणवास, मालपुरा, माणकियास सहित आस पास के कई गाँवों के अलावा भीलवाड़ा शहर व राजस्थान के अन्य जिलों सहित गुजरात, महाराष्ट्र, जलगांव और हरिद्वार से भी भक्तजन नई अयोध्या धाम पधारे जिन्होंने मिलकर सात लाख इक्यावन हजार दीपकों में तेल भरके रुई की बाती लगाकर दीपकों में अग्नि प्रज्ज्वलित की और महंत सरजुदास महाराज के व्यक्तिगत दूरी से चरण स्पर्श कर आशिर्वाद के साथ छप्पनभौग का महाप्रसाद भी लिया ।

-बालिकाओं व महिलाओ ने गोविंद सरोवर में फूलों से सजी टाटियां प्रवाहित कर कार्तिक मास के व्रत पूरे किए ।
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बालिकाओ एवं महिलाओ ने कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर नाना प्रकार के फूलों से सजी हुई टाटियां में दीप प्रज्ज्वलित करके उन टाटियों को गोविंद सरोवर की पूजा अर्चना करके सरोवर में प्रवाहित कर कार्तिक मास में पूरे मास तक रखे व्रत को पूरे किए ।

“देवदिवाली” महोत्सव में ड्रोन मुख्य आकर्षण का केन्द्र बिंदु रहा ।
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“देव दिवाली” कार्तिक महोत्सव के महाकुंभ को कवरेज करने के लिए दो ड्रोन घोड़ास स्थित गोविंद सरोवर पर उड़ते नजर आये जो यहाँ आगन्तुक भक्तो में मुख्य आकर्षण का केन्द्र बिंदु रहा ।
यहां आए दो ड्रोन में से एक ने एक क्विंटल गुलाब के पत्तियों की गोविंद सरोवर व भक्तजनों सहित समूचे परिषर में पुष्पवर्षा की तो दूसरे ने इस बार के 16वें कार्तिक पूर्णिमा “देव दिवाली” महोत्सव पर प्रज्वलित किये गए सात लाख इक्यावन हजार दीपकों को तीसरी नजर में कैद किया । साथ ही गोविंद सरोवर को नाना प्रकार के रंग बिरंगे पुष्पों एंव उनकी पत्तियों और आकर्षक विद्युत रौशनी से विविध आकृतियों में सजाया गया साथ ही साथ गोविंद सरोवर में ही पानी के अंदर रंग बिरंगे फव्वारे लगाकर आकर्षक विद्युत रौशनी से भी साज सजावट की गई इधर डाँग के हनुमान मंदिर को भी विद्युत रोशनी के साथ ही 10 क्विंटल गेंदा, गुलदाऊदी, गुलाब, केवड़ा, हजारे सहित नाना प्रकार के फूलों द्वारा जलगांव महाराष्ट्र जलगांव से आये भक्तों की टीम ने मिलकर आकर्षक सजावट की जो भी श्रद्धालुओं में आकर्षण का केंद्र रहा ।

-गोविन्द सरोवर किनारे पुरे कार्तिक मॉस में चले अखण्ड रामनाम का जाप व रामायण पाठ की सोमवार को सांय 6 बजे महाआरती के बाद हुई पूर्णाहुति ।
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डाँग के हनुमान मंदिर घोड़ास में ब्रम्हलीन महंत गोविन्ददास त्यागी जी महाराज की स्मृति में बने गोविन्द सरोवर के किनारे पर बनी 31 कुटियाओं में आस पास के गाँवों से आये भक्तो द्वारा कार्तिक मॉस की शुरुआत के साथ से ही अखण्ड रामनाम धूनी का जाप व ब्रम्हलीन महंत गोविन्ददास महाराज की समाधि स्थल पर भी अखंड रामायण पाठ का आयोजन किया जा रहा था । जिसकी सोमवार को सांय छप्पनभौग व गोविन्द सरोवर पर महाआरती किये जाने के बाद विधिवत पूर्णाहुति की गई ।

-कोटा से आई भगवान श्रीराम दरबार की चलित झांकी भी भक्तों के खूब मन भाई ।
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कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर सोमवार को कोटा से फॉरेन सिंह एण्ड ग्रुप के आये भक्तों ने भगवान श्रीराम, माता जानकी, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न, जामवंत व हनुमान जी की कलाकार अमन, रवि, संजीत, पूजा, कन्हैया व फॉरेन सिंह ने चलित झांकी बनकर आगंतुक भक्तों का मन मौह लिया ।
कोटा के फॉरेन सिंह ने बताया कि पिछले 22 वर्षो से ये ग्रुप भगवान श्रीराम जानकी दरबार की झांकी करते आ रहे हैं ।

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