भारत-पाक युद्ध पर विशेष- वीर योद्धा त्रिपाठी के पराक्रम को देख तत्कालीन प्रधानमंत्री शास्त्री ने पीठ थपथपाई थी

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संवाददाता भीलवाड़ा। 22 सितबर वह तारिख जब भारत के शूरवीरो ने आज ही के दिन पाकिस्तान पर युद्ध पर विजय प्राप्त की थी।वर्ष 1965 में भारत पाकिस्तान युद्ध में जहां एक और भारतीय सेना ने पाकिस्तान को युद्ध में परास्त कर दिया था। वहीं भारतीय जांबाज़ वीर सैनिकों ने पाकिस्तानी सैनिकों के दांत खट्टे कर दिए थे।इस युद्ध की आज जयंती है।युद्ध में भाग लेने वाले शाहपुरा के वीर योद्धा पूर्व सैनिक रामेश्वर लाल त्रिपाठी ने अपनी अदम्य वीरता का परिचय देते हुए पाकिस्तानी सेना के दांत खट्टे कर दिए थे।त्रिपाठी ने दैनिक भास्कर को बताया कि उनकी वीरता व बहादुरी के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री ने पीठ थपथपा कर प्रशंसा की थी। वहीं 1965 भारत पाक युद्ध के स्वर्ण जयंती समारोह पर वर्ष 2015 में आज ही के दिन 22 सितंबर को तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने भी त्रिपाठी को उनके अदम्य साहस के लिए राष्ट्रपति भवन में सम्मानित किया था।

युद्ध की रणभेरी बजी तब त्रिपाठी छुट्टी लेकर अपनी शादी के लिए गांव आए हुए थे सूचना मिलते ही नई नवेली दुल्हन को छोड़कर मातृभूमि की रक्षार्थ रणभूमि में पहुंच गए और युद्ध में पाकिस्तान को धूल चटाई। वीर योद्धा त्रिपाठी ने बताया कि भारत पाक युद्ध के समय जम्मू कश्मीर के पूंछ में इनकी यूनिट 6 कमांडेंट बटालियन फ्रंट लाइन में तैनात थी।जहाँ नजरो के ठीक सामने दुश्मन था।युद्ध के दौरान इनकी यूनिट के 20 साथियों ने शहादत प्राप्त की थी। अपने कई घायल साथियों की इन्होंने युद्ध के दौरान गोलियों की बौछार की परवाह नहीं करते हुए जान बचाई थी तथा कई दुश्मन सैनिकों को मौत के घाट उतारा था पूर्व सैनिक त्रिपाठी आज की युवा पीढ़ी को सेना में जाने के लिए प्रेरित करते हैं और कहते हैं कि मातृभूमि की सेवा का सबसे उत्तम अवसर ही सेना में जाकर प्राप्त होता है।

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