नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के वैज्ञानिकों की मेहनत का नतीजा आज शाम तक आने वाले है। जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार की देर रात भारत का चंद्रयान-2 चांद की सतह पर लैंड करेगा। चंद्रयान-2 का विक्रम लैंडर जब आज चांद पर लैंड करेगा तो शुरुआती कुछ घंटे काफी महत्वपूर्ण रहने वाले हैं।
लैंडिंग की प्रक्रिया देर रात 1 बजे के आसपास शुरू होगी, जो 7 सितंबर सुबह तक जारी रहेगी। और यही पल धड़कन बढ़ाने वाले होंगे। खास बात ये भी है कि भारत पहली बार अपने किसी यान की सॉफ्ट लैंडिंग कराने जा रहा है। आपको बता दें, चंद्रयान-2 की लैंडिंग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ 74 बच्चे भी देखेंगे. इनका चयन क्विज के जरिए हुआ है। आज शाम पीएम मोदी इसरो सेंटर पहुंचेंगे।
चंद्रयान 2 में क्या-क्या है।
चंद्रयान-2 तीन हिस्सों से मिलकर बना है। जिसमें पहला- ऑर्बिटर, दूसरा- विक्रम लैंडर और तीसरा- प्रज्ञान रोवर है। विक्रम लैंडर के अंदर ही प्रज्ञान रोवर है, जो सॉफ्ट लैंडिंग के बाद बाहर निकलेगा। जिसकी लैंडिंग करवाना भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। चांद पर लैंडिंग के वक्त करीब 2 घंटे के बाद विक्रम लैंडर का रैंप खुलेगा। इसी के जरिए 6 पहियों वाला प्रज्ञान रोवर चांद पर उतरेगा।
प्रज्ञान रोवर चांद की सतह पर चलना शुरू करेगा. वह 1 सेंटीमीटर प्रति सेकंड की गति से चांद की सतह पर 14 दिनों तक यात्रा करेगा. इस दौरान वह 500 मीटर की दूरी तय करेगा। ऑर्बिटर 2 साल तक चांद की तस्वीरें भेजेगा। अगर भारत ये सब करने में सफल होता है तो भारत ऐसा कारनामा करने वाला विश्व का चौथा देश बनेगा ।
There’s one thing we can’t measure here though — the hopes and dreams of millions of Indians riding on #Chandrayaan2! #ISRO #MoonMission pic.twitter.com/8LGFuf4Lfy
— ISRO (@isro) August 16, 2019