जयपुर: बीजेपी की वरिष्ठ नेता, दिल्ली की भूतपूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) का बीती रात निधन हो गया। सुषमा स्वराज के निधन से पूरा देश स्तब्ध है। निधन से डेढ़ घंटे पहले पीएम मोदी को जम्मू कश्मीर पर लिए साहसी फैसले की बधाई देते हुए कहना-‘प्रधानमंत्री जी, आपका हार्दिक अभिनन्दन। मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी’
ये कहना कहना गलत नहीं होगा कि जिसके निधन से पूरे देश में उदासी छाई उसका व्यक्तित्व कितना प्रभावशाली रहा होगा। जिसकी मौत की खबर ने छोटे-बड़े सभी को हैरान कर दिया। खैर, अब खुद को यकीन दिलाना होगा कि सुषमा स्वराज हमारे बीच नहीं रही, उनकी यादों के तौर पर अब हमारे पास कुछ ऐसे भाषण है जो उनकी याद हमें बार-बार बड़े मुद्दों बहसों के वक्त याद दिलाता रहेगा।
सुषमा स्वराज अपनी सौम्य मुद्रा के साथ-साथ विलक्षण वाकपटुता, हैरतअंगेज हाजिरजवाबी के लिए भी जानी जाती थी। सुषमा अपनी मधुर आवाज में जब प्रभावशाली हिंदी बोलतीं तो संसद भवन रहे या संयुक्त राष्ट्र, हर जगह जैसे छा जातीं। कई मुद्दों पर वह आक्रामक जरूर होती थीं, बावजूद इसके वह शब्दों के चयन में कभी गलती नहीं करतीं। सुषमा को भाषा की मर्यादा में ओजस्विता से परीपूर्ण भाषण देने के लिए हमेशा याद किया जाएगा। आइए सुनिए उनके कुछ यादगार भाषण…
साल 1996 का भाषण
विदेशी संबंधों पर विपक्ष को दिया करारा जवाब
निर्भया गैंगरेप के दौरान
संस्कृत में दिया भाषण-
हिन्दी भाषा पर शशि थरूर की बोलती बंद-
पाकिस्तान को दिया विश्वमंच से करारा जवाब
सबसे चर्चित भाषण में से एक है ये
यूएन भाषण
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