जयपुर: पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों का नतीजे धीरे-धीरे सामने आने शुरू हो गए हैं। पहला रुझान तेलंगाना से सत्ताधारी टीआरएस के पक्ष में आया है। राजनाथ सिंह ने तेलंगाना की जीत पर सभी को बधाई दी तो वहीं बीजेपी के दो अहम राज्य मध्यप्रदेश और राजस्थान में अभी भी कांटे की टक्कर दिखाई दे रही है।
वसुंधरा राजे और ज्योतिराज सिधिंया ने मीडिया के सामने कुछ भी कहने से मना कर दिया है। वहीं रूझानों को देखते हुए कांग्रेस में जश्न का महौल है। आपको बता दें आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को कांग्रेस की कमान संभाले हुए पूरा एक साल हो गया है। अगर कांग्रेस तीन राज्य जिनमें से छतीसगढ़ की जीत लगभग कांग्रेस की तय है वहीं मध्यप्रदेश और राज्यस्थान में अपनी सरकार बनाती है तो ये राहुल गांधी के नेतृत्व में सबसे बड़ी जीत मानी जाएगी।
एग्जिट पोल के नतीजों के बाद आज का दिन और दिलचस्प हो गया है क्योंकि कई एग्जिट पोल में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर बताई गई। इन विधानसभा चुनाव के नतीजों को आने वाले लोकसभा चुनाव से पहले का सेमीफाइनल माना जा रहा है। वहीं कांग्रेस के जीत के दरवाजे फिर से खुलते दिखाई दे रहे हैं।
2 राज्यों के लिए अगला एक घंटा अहम, शिवराज की नगरी से कांग्रेस आउट!
निदर्लीयों के सहारे बनेगी सरकार-
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान में कांग्रेस की जीत की बधाई समस्त पार्टी को देते हुए बताया कि यदि सरकार बनाने के लिए निर्दलीयों की जरूरत पड़ी तो वह उनका स्वागत अपनी पार्टी में करेंगे। वहीं आपको बता दें बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही राजस्थान में बहुमत के करीब नहीं पहुंची हैं।
चुनाव आयोग के सटीक आंकड़े जानने के लिए यहां क्लिक करें- ताजा परिणाम
कौन बनेगा मुख्यमंत्री-
अशोक गहलोत
67 साल के गहलोत दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वर्तमान में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय महासचिव हैं। पांच बार लोक सभा सदस्य रहे गहलोत जोधपुर में सरदारपुर विधानसभा का प्रतिनिधित्व करते हैं। वो केंद्र सरकार में मंत्री भी रहे हैं और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी रहे हैं। संगठन में काम को लेकर उन्हें जाना जाता है। 2017 में गुजरात चुनाव के लिए भी उन्हें इंचार्ज बनाया गया था। मुख्यमंत्री के तौर पर उनके पास काम का अनुभव है। .
सचिन पायलट
41 साल के सचिन पायलट कांग्रेस की युवा पीढ़ी का प्रतिनधित्व करते हैं। ऐसे ब्रिगेड का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिनसे बड़ी उम्मीदें हैं। पूर्व कांग्रेस नेता राजेश पायलट के बेटे सचिन इस समय पीसीसी प्रमुख हैं। दो बार एमपी रह चुके हैं। इस दौरान यूपीए सरकार में मंत्री भी रहे हैं। राहुल गांधी केंद्र में युवाओं को चाहते हैं। ऐसे में संभव है कि सचिन पायलट के बजाय गहलोत को राजस्थान में चुना जाए।
मायावती नहीं देगी बीजेपी का साथ
सूत्रों के हवाले से खबर हैं कि मायावती ने अपने जीते विधायकों को तुरंत दिल्ली बुला लिया है। खबर है मायावती किसी भी हालत में बीएसपी विधायकों को बीजेपी के साथ नहीं जोड़ना चाहती हैं।
रूचि के अनुसार खबरें पढ़ने के लिए यहां किल्क कीजिए
- फिल्मों के ट्रेलर और खबरों के लिए यहां किल्क कीजिए
- जॉब्स की खबरों के लिए यहां किल्क कीजिए
- वीडियो देखने के लिए यहां किल्क कीजिए
- दिनभर की बड़ी खबरों के लिए यहां किल्क कीजिए
ताजा अपडेट के लिए लिए आप हमारे फेसबुक, ट्विटर, इंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल को फॉलो कर सकते हैं