मोदी नगरी में यूपी-बिहार वालों की पटाई! 324 गिरफ्तार, जानिए क्या है मामला

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बच्ची के साथ रेप करने वाला आरोपी मजदूर मूलतः बिहार से है। इस वजह से उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। हालात ये हो गए हैं कि मजदूर गुजरात से पलायन के लिए मजबूर हो गए हैं।

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अहमदाबाद: गुजरात में 14 महीने की एक मासूम के साथ रेप की घटना के बाद यूपी-बिहार के लोगों के खिलाफ हिंसा का माहौल तैयार हो गया है। सोशल मीडिया पर भी भड़काऊ भाषणों के साथ कई मैसेज पोस्ट किए जा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बच्ची के साथ रेप करने वाला आरोपी मजदूर मूलतः बिहार से है।

इस वजह से उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। हालात ये हो गए हैं कि मजदूर गुजरात से पलायन के लिए मजबूर हो गए हैं। वहीं पुलिस का दावा है कि मजदूर पलायन नहीं कर रहे हैं बल्कि त्यौहर की वजह से अपने घर जा रहे हैं।

पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने इन हमलों का निंदा की है और कहा है कि एक व्यक्ति के अपराध के कारण पूरे प्रदेश के दोषी नहीं ठहरा सकते। इस बीच इस मुद्दे पर राजनीति भी गर्माती जा रही है। कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री को घेरा है। उन्होंने बयान दिया कि प्रधानमंत्री के गृह राज्य में अगर यूपी, बिहार, MP के लोगों को मारकर भगाया जा रहा है, तो एक दिन पीएम को भी वाराणसी जाना है इसे याद रखना। वाराणसी के लोगों ने उन्हें गले लगाया है और प्रधानमंत्री बनाया है।

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क्या है पूरा मामला-
साबरकांठा जिले के ढुंढार गांव में 28 सितंबर को 14 माह की बच्ची के साथ रेप की घटना हुई। इस मामले में पुलिस ने आरोपी को तुरंत गिरफ्तार कर लिया। आरोपी मूलतः बिहार का रहने वाला है। आरोपी के बिहार से होने की खबर फैलने के साथ ही सोशल मीडिया, वॉट्सऐप पर यूपी-बिहार के लोगों के खिलाफ मैसेज शेयर होने लगे। 29 सितंबर को मेहसाणा और अन्य इलाकों में गैर-गुजरातियो खासकर यूपी-बिहार के लोगों पर हिंसा की घटनाएं सामने आई। इसके बाद फिर हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया। जिसके डर से अब स्थिति ये है कि यूपी-बिहार के मजदूर बड़ी संख्या में पलायन करने को मजबूर हो गए है।

5000 लोगों के पलायन की खबर-
डीजीपी के बयान के बाद भी रविवार देर रात तक करीब 5000 लोगों ने अहमदाबाद के इंडस्ट्रियल इलाकों से पलायन किया। सोमवार सुबह हलोल इंडस्ट्रियल एरिया एक सीसी टीवी फुटेज सामने आया जिसमें 15 से 20 लोग पहुंचे और उन्होंने इस एरिया से यूपी बिहार के लोगों को अपने घर लौट जाने को कहा। कोई हिंसा नही हुई लेकिन फैक्टरी मालिक और अन्य मजदूरों ने इसकी शिकायत की।

कहां सबसे अधिक हिंसा-
मेहसाणा और साबरकांठा सबसे अधिक प्रभावित हुए है। इन जिलों में, 42 मामलें दर्ज किये गये है और अब तक 342 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जांच के दौरान आरोपियों के नाम सामने आने के बाद और लोगों को गिरफ्तार किया जायेगा।’’

उन्होंने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में राज्य रिजर्व पुलिस (सीआरपी) की 17 कंपनियों को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा,‘‘गैर-गुजराती के निवास क्षेत्रों और उन कारखानों में जहां वे काम करते हैं, वहां सुरक्षा बढ़ा दी गई है, पुलिस ने इन इलाकों में गश्त भी बढ़ा दी है।’’DGP ने बताया कि सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने के लिए दो मामलें दर्ज किये गये है।

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