Alert: ‘ईसबगोल’ ‘माउथ वाॅश’ जैसी चीजें घर लाने से पहले पढ़ें ये खबर, नहीं तो पड़ेगा पछताना

0
233

राज्यस्थान: कब्ज दूर करने की ईसबगोल, माउथ वाॅश व ब्यूटी क्रीम समेत 43 दवाएं लैब की जांच में फेल हुई हैं। ईसबगोल में तो जांच में साल्मोनेला बैक्टीरिया पाया गया है इससे पेट में संक्रमण व टाइफाइड जैसी बीमारियां हो सकती हैं। सेंट्रल ड्रग टेस्टिंग लैब की जांच में क्लोरहेक्सीजीन ग्लूकोनेट डेंटो फ्रेश माउथ वाॅश में मूल तत्व क्लोरहेक्सीडिन ग्लूकोनेट ही नहींं मिला।

इसी तरह से ब्यूटी क्रीम टोल माइक्रोबाइल काउंट जांच में फेल हो गई। यह जांच सेंट्रल ड्रग टेस्टिंग लैब दिल्ली, कोलकाता व चंडीगढ़ में की गई। इसके बाद ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया, नई दिल्ली ने राजस्थान समेत देश के सभी राज्यों के ड्रग कंट्रोलरों को संबंधित बैच नंबर की दवाओं का स्टॉक जब्त कर कार्रवाई केे निर्देश दिए हैं।

किस कंपनी की कौनसी दवा जांच में हुई फेल
दवा का नाम    निर्माता कंपनी     बैच नंबर     निर्माण तिथि    एक्सपायरी 
इसफगुला हुस्क  एनरिच ए.पी   आईएच6064  अगस्त-16    नवंबर-18
मल्टीब्यूटी क्रीम  विधि दिल्ली     एक             जून-18         दिसंबर-21
क्लोरहेक्सीडीन   नैप्च्यून एचपी  एलएनई-458    अप्रैल-17      मार्च-19

बीमारी पर दवाएं बेअसर
एसएमएस अस्पताल के डॉ. पुनीत सक्सेना का कहना है कि किसी भी दवा में बैक्टीरिया की उपस्थिति, मूल तत्व उपस्थित नहीं होना, टोटल माइक्रोबाइल काउंट में फेल होना व पार्टिकुलेट मैटर मिलने पर दवाएं बेअसर रहेंगी जिससे बीमारी बढ़ जाती है।

आक्सीटोसिन इंजेक्शन में मिला पार्टिकुलेट मैटर
पंजाब की मेसीन रैमेडीज का ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन में पार्टिकुलेट मैटर मिला है। गोआ की कर्नाटक एंटीबायोटिक की डायबिटिज टैबलेट भी डिजॉल्यूशन में फेल हुई है। एचपी की कैल्शियम सिट्रेट, विटामिन-डी-3 में विटामिन-डी-3 अनुपस्थित पाया गया है।

ये भी पढ़े:

रूचि के अनुसार खबरें पढ़ने के लिए यहां किल्क कीजिए

ताजा अपडेट के लिए लिए आप हमारे फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल को फॉलो कर सकते हैं