जानिए राइटिंग सेक्टर में कहां है आपके लिए नौकरी का सही ऑप्शन, जहां होगी लाखों की कमाई

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हर एक इंसान की रुचि अलग-अलग होती है। अपनी रुचि को हम करियर के रूप में भी ढ़ालना चाहते हैं लेकिन कई लोग आपकी रूचियों को लेकर आपके अन्दर कई भ्रांतियां भरने लगते हैं। जिसके चलते कई बार लोग अपने करियर से भटक जाते हैं। आज यहां उन लोगों की बात कि जा रही है जो अपना करियर राइटिंग सेक्टर यानी पढ़ने-लिखने के क्षेत्र में बनाना चाहते हैं। राइटिंग के कई प्रकार होते हैं। जैसे कॉपी राइटिंग, क्रिएटिव राइटिंग, टेक्निकल राइटिंग आदि। इसके अलावा जैसा कार्यक्षेत्र है।

सच पूछिए, तो लिखने की कला हर किसी में नहीं होती है। और जिनमें लिखने की जिज्ञासा है। वही इस क्षेत्र में नाम कमा सकता है। अगर आप ये सोच रहे हैं कि राइटिंग कैसे आपको पैसा दिला सकती है तो भूल जाइए..अगर आप रचनात्मक व्यक्ति है, कुछ नया सोचते और लिखते रहते हो तो राइटिंग सेक्टर में आपके लिए खूब पैसा है। आप भी राइटिंग में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो ये राइटिंग ऑप्शन आपके काम आ सकते है।

टेक्निकल राइटिंग-
आजकल टेक्नोलॉजी और इनोवशन के फील्ड से जुड़ी कंपनियों को अपनी प्रोडक्ट के लिए टेक्निकल भाषा को सरल शब्दों में कस्टमर तक पहुंचाने के लिए टेक्निकल भाषा की समझ रखने वाले राइटर्स की जरूरत होती है। दरअसल, टेक्निकल राइटर प्रोडक्ट के मैन्युअल, अपेन्डिक्स और केटलॉग को आदि बनाने का काम करते हैं। साथ ही, सही फोटो का चयन, डायग्राम, इलस्ट्रेशन और ग्राफिक के इस्तेमाल से किसी प्रॉडक्ट को सरल तरीके से कस्टमर के सामने पेश करते हैं। वैसे, टेक्निकल राइटर को टेक्नोलॉजी से संबंधित टॉपिक्स पर लिखना होता है। जैसे- इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, एरोस्पेस, रोबोटिक्स, टेलिकॉम, इलेक्ट्रॉनिक्स, बायोटेक्नोलॉजी, कम्प्यूटर (हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर) आदि। आज टेक्निकल राइटर की डिमांड सॉफ्टवेयर, जॉब साइट्स कंपनियों के अलावा,

मल्टीनेशनल कंपनियों में भी खूब हैं। अमूमन, टेक्निकल राइटर्स की शुरुआती सैलरी 12 से 15 हजार रुपये प्रतिमाह होती है।

वेब कंटेंट राइटर-
प्रिंट की तुलना में इलेक्ट्र्रॉनिक माध्यम में लिखना कठिन माना जाता है। यदि वेब पेज आकर्षक न हो, तो रीडर शब्द-दर-शब्द पढऩे की जहमत भी नहीं उठाते हैं। वैसे भी कम्प्यूटर स्क्रीन की तुलना में प्रिंट पेज पर पढ़ाना ज्यादा आसान होता है। इसलिए, वेब राइटर की लेखनी सरल, ठोस यानी कसाव पूर्ण और इसमें प्वाइंट का भी यथासंभव इस्तेमाल होना चाहिए। साथ ही, ग्राफिक, बुलेट, कैप्शन, हाईलाइट आदि के उपयोग से पेज और आकर्षक बन जाते हैं। इनकी शुरुआती सैलरी 10 से 15 हजार रुपये की बीच होती है।

रेज्यूमे राइटिंग-
जब आप जॉब की तलाश में हैं, तो सबसे पहले यही कहा जाता है कि रेज्यूमे आकर्षक होना चाहिए, ताकि एम्प्लॉयर्स पर अच्छा प्रभाव छोड़ सके। वैसे, आजकल एम्प्लॉयर्स फ्रेंसी रेज्यूमे पसंद नहीं करते हैं। दरअसल, वे रेज्यूमे में ऐसी बातें चाहते हैं, जो ऑर्गनाइजेशन के अनुकूल हो। लेकिन कई बार कैंडिडेट रेज्यूमे की वजह से भी नौकरी पाने में असफल रहते हैं, लेकिन आपकी रेज्यूमे को मार्र्केट के अनुकूल बनाने में ‘रेज्यूमे राइटर’ माहिर होते हैं। देखा जाए, तो इलेक्ट्र्रॉनिक रेज्यूमे आम रेज्यूमे की तुलना में अधिक पॉपुलर है और इसे भेजना भी आसानी होता है। रेज्यूमे राइटर के रूप में आप ऑनलाइन जॉब पोर्टल्स, जैसे-नौकरी डॉट कॉम, मोनस्टर डॉट कॉम आदि में जॉब की तलाश कर सकते हैं। इस क्षेत्र में शुरुआती सैलरी 10 हजार रुपये से अधिक होती है।

साइंस राइटिंग-
रिसर्च और डेवलपमेंट के कार्यों में तेजी आने से साइंस राइटर की डिमांड तेजी से बढ़ने लगी है। खासकर साइंस राइटर साइंटिस्ट और रिसर्चस को उनके रिसर्च पेपर को तैयार करने का काम करते हैं। इसमें आर्टिकल लिखने, लैब रिपोर्ट, प्रोग्रेस रिपोर्ट आदि को तैयार की जाती है। साइंस राइटर बनने के लिए जरूरी है कि आपकी संबंधित विषयों पर अच्छी पकड़ हो। साइंस राइटर की सैलरी उनके वर्क एक्सपीरियंस और सब्जेक्ट पर भी निर्भर करता है।

होस्ट राइटर-
नाम से थोड़ा अजीब लग रहा है होस्ट राइटर क्या चीज है। कभी आपने सोचा होगा कि फेमस स्टार अपनी किताब या ऑटोबायोग्राफी कैसे लिख देते हैं। जबकि अनका कार्यक्षेत्र फिल्मी, खेल अन्य क्षेत्रों से जुड़ा होता है। दरअसल, ऐसे लोगों की किताबों को लिखने के लिए होस्ट राइटर हायर किए जाते हैं। जो उनके विचारों के आधार पर किताब आदि तैयार करते हैं। इसके बदले उन्हें अच्छा अमाउंट पेड किया जाता है। इसमें होस्ट राइटर को किताब लिखने का क्रेडिट नहीं मिलता है। फिर भी होस्ट राइटर को आज स्टोरी राइटिंग, किताब, मैमोरी, ऑटोबायोग्राफी आदि को लिखने के लिए खूब हायर किया जाता है। इनको प्रोजेक्ट और एक्सपीरियंस के आधार पर वेतन दिया जाता है।

स्क्रिप्ट राइटिंग-
टीवी या अन्य माध्यमों द्वारा देखें जाने विज्ञापनों को स्क्रिप्ट राइटर द्वारा ही तैयार किया जाता है। स्क्रिप्ट राइटर का काम केवल विज्ञापन लिखना ही नहीं बल्कि टीवी और फिल्मों में स्टोरी, डायलॉग आदि लिखने के लिए भी हायर किया जाता है। ये प्यास है बड़ी, नो उल्लू बनाविंग, थम्सअप…शर्मा जी…नई बीवी…ये सब इस तरह के टीवी विज्ञापन है जो हर किसी के जुबान पर चढ़े हैं। कहने का मतलब सिर्फ इतना है कि यदि आप स्क्रिप्ट राइटिंग में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको रचनात्मक होना बेहद जरूरी है।

सॉन्ग राइटिंग-
लिखने का मतलब सिर्फ लिखने से नहीं। इसमें कहानी, कविता, शेरों-शायरी और गानें भी शामिल हो सकते हैं। अगर आप गानें लिखते हैं तो अपना करियर फिल्म जगत में देख सकते है। इसके अलावा अगर आप भाषाओं-बोलियों का ध्यान रखते हैं तो क्षेत्रिय फिल्मों के लिए गाने लिखकर अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं।

अन्य विकल्प-
राइटिंग के बहुत से विकल्प मौजूद है। जिसमें न्यूजपेपर/ मैग्जीन में छपने वाले करंट मुद्दों पर ऑर्टिकल, ब्लॉगिग, ग्रिटिंग कार्ड ऑथर, वीडियो गेम राइटर, कॉमिक राइटर आदि में भी करियर तलाश सकते हैं।

ट्रांसलेशन में स्कोप-
राइटिंग से ही जुड़ा एक अन्य क्षेत्र ट्रांसलेशन यानी अनुवाद का भी है। यहां आप खुद कुछ नया रचने के बजाय किसी और के लिखे का एक से दूसरी भाषा में अनुवाद करते हैं। इस क्षेत्र में कई नौकरियां है। जैसे कि ज्यादातर दूतावासों, पब्लिकेशन हाउस, संस्था आदि में जॉब्स के अच्छे स्कोप है।

योग्यता-
राइटिंग जॉब के लिए मास कम्युनिकेशनकी डिग्री रखने वाले प्रोफेशनल्स को अधिक अहमियत दी जाती है। साथ ही, अंग्रेजी विषय पर अच्छी पकड़ भी होनी चाहिए। टेक्निकल राइटिंग के लिए टेक्निकल सब्जेक्ट के अलावा, कम्प्यूटर का नॉलेज बेहद जरूरी है।

जर्नलिज्म का कोर्स आप इन संस्थानों से कर सकते हैं

– जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली।
– इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, नई दिल्ली।
– अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़
– ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा (बिहार)
– एमिटी स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन, नई दिल्ली।
– इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ मास कम्युनिकेशन, नई दिल्ली।
– माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय भोपाल।

राइटिंग टिप्स-
अगर आप भी लिखने का शौक रखते हैं तो कुछ जरूरी बातें आपको जानना जरूरी है, जोकि आपकी राइटिंग स्किल को और प्रभावशाली बनाने में मदद करेगी।

पढ़ना-
अगर आप राइटिंग में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो इसका मतलब ये नहीं कि आप सिर्फ लिखते ही जाएं और बिल्कुल भी ना पढ़ें। राइटिंग में एक बेहतर करियर के लिए जरूरी है कि आप जितना हो सके उतना पढ़ें भी। ज्यादा से ज्यादा अखबार, नॉवल या कहानियां पढ़ने से आप अपनी वर्तनी को भी सुधार सकते हैं। साथ ही आप नई जानकारियों से भी रूबरू होंगे। इससे आपके पास लिखते वक्त जितनी ज्यादा जानकारी होगी आप उतने अच्छे से लिख पाएंगे।

क्रिएटिव-
राइटिंग में करियर बनाकर अगर एक लंबी पारी खेलनी है तो सबसे जरूरी है कि आपको क्रिएटिव होना पड़ेगा। क्रिएटिव दिमाग से राइटिंग के करियर में काफी आगे बढ़ा सकता है। क्रिएटिविटी लाने के लिए जरूरी है कि रोजाना कुछ न कुछ नया पढ़ते रहना चाहिए। इसके लिए अखबार, नॉवेल, कहानियां आपकी काफी मदद कर सकती हैं।

कम शब्दों में पूरी बात-
राइटिंग में वही अच्छा करियर बना सकता है जो गागर में सागर भरने की कला जानता है। इसका मतलब है कि आपकी राइटिंग स्किल ऐसी होनी चाहिए कि आप कम से कम शब्दों का इस्तेमाल करके ज्यादा से ज्यादा बात या जानकारी लोगों तक सही तरीके से पहुंचा पाएं।

प्वांइट टू प्वाइंट-
हमेशा कोशिश करें की आप जो भी लिखें वो एकदम स्पष्ट हो। घुमावदार लेखन पाठकों के लिए बोरिंग साबित हो सकता है। इसके लिए जरूरी है कि आप की बात एकदम प्वांइट टू प्वाइंट हो।

अपडेट-
राइटिंग स्किल को बनाए रखने के लिए जरूरी है कि आप हर चीज से अपडेट रहें। इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप करंट मुद्दों को भी ध्यान में रखें। ताकि वर्तमान में क्या चल रहा है इसकी जानकारी भी आप अपनी राइटिंग स्किल से लोगों तक पहुंचा सकें।

फिजूल की बात न हो-
एक अच्छा राइटर होने के नाते ये जरूरी है कि आप जो भी लिख रहे हैं उसमें फिजूल की बातें ना हों। फिजूल की बातें पाठकों को रास नहीं आती है। इसलिए बेहतर है कि आप जो भी लिखें वो ऐसा हो जो पाठकों के काम आ सके।

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