भाजपा-काग्रेंस ने बांटे नोट और लूटे वोट, देखता रहा चुनाव आयोग

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कर्नाटक: पहले बीजेपी नेता के घर से फर्जी वोटर कार्ड का मिलना और आज मतदान के दिन वोटर्स को खरीदना। राजनीति का गंदा चेहरा सामने लेकर आई है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट्स के अनुसार, बीजेपी और कांग्रेस के कार्यकर्ता पोलिंग बूथ के बाहर एक वोट के लिए 500-600 रुपये देते देखे गए। ऐसा माना जा रहा है कि यदि कांग्रेस 600 रूपये एक वोट के दे रही है तो भाजपा ने 500 रूपये एक वोट के बांटे है। फिलहाल ये पुष्ठि नहीं हो पाई है कि कौन से पार्टी ने 500-600 को मोलभाव किया है।

पुलिस का भारी बंदोबस्त, चुनाव आयोग के फ्लाइंग स्क्वॉड्स और सरकारी निगरानी के बावजूद इतनी बड़ी लापरवाही वो भी पोलिग बूथ के सामने शर्मनाक है। खबर के मुताबिक, शनिवार को कर्नाटक में मतदान के दिन सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर तक इस ‘वोट घूसखोरी’ को कैमरे में पकड़ा गया। बेंगलुरु साउथ विधानसभा सीट से कांग्रेस के आर के रमेश और बीजेपी के निवर्तमान विधायक एम कृष्णाप्पा यहां की सीट से खड़े है।

श्रीमती नलिनि रघुनाथ राव डिग्री कॉलेज में स्थित पोलिंग बूथ के बाहर कांग्रेस का एक कार्यकर्ता वोटर आईडी कार्ड चेक करने के बाद चिट के साथ 600 रुपये नकद दे रहा था। पैसा लेने के इच्छुक लोग खुद ही कांग्रेस के इस कार्यकर्ता के पास पहुंच रहे थे।

polling center

इंडिया टुडे का दावा है कि उनके कैमरे में एक शख्स ने कहा, ‘मेरे पास दो चिट और दो वोट हैं।’ पार्टी कार्यकर्ता ने कहा, ‘जाओ पहले वोट देकर आओ, फिर अपनी पत्नी को लाना। उसके वोट के लिए भी मैं तुम्हें पैसे दूंगा। तुम चिंता मत करो।’

ये मामला केवल एक पोलिंग बूथ का नहीं है बल्कि बेंगलुरु साउथ के ही गवर्नमेंट उर्दू हायर प्राइमरी स्कूल में भी ऐसा ही नजारा दिखा। यहां वोट फॉर मोदी का सिस्टम देखने को मिला। पहले वोटर की आईडी चेक करता था, फिर मोबाइल प्रिंटर से एक स्लिप निकाल कर देने के साथ 500 रुपये भी देता। वोटर खुश होकर वोट डालता है।

बता दें कि चुनाव आयोग ने इसी महीने एलान किया था कि उसने कर्नाटक में 1,500 फ्लाइंग स्क्वॉड्स के साथ 2,000 राज्य निगरानी टीमों को तैनात किया है जिससे कि 12 मई को मतदान के दौरान चुनावी अनियमितताओं या आचार संहिता के उल्लंघन को रोका जा सकेगा लेकिन जब इस तरह की बड़ी लापरवाही सामने आयी तो आयोग की खुद के सुरक्षा पैमानों की पोल खुल गई।

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