दुनिया में भ्रष्टाचार के 4 सबसे बड़े मामले, सजा के तौर पर मिला राष्ट्राध्यक्ष को देश निकाला

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सियोल: दक्षिण कोरिया की पूर्व राष्ट्रपति पार्क गुन हे भ्रष्टाचार के मामले में दोषी सािबत हो गई हैं। शुक्रवार को कोर्ट के जज किम से-यून ने 10 महीने चले ट्रायल के बाद पार्क को 24 साल की जेल की सजा सुनाई। पार्क पर पद का गलत इस्तेमाल करने और अपने एक करीबी को पर्दे के पीछे सत्ता का दुरुपयोग से लाभ पहुुंचाने का आरोप भी शामिल हैं। उन पर यह भी आरोप था कि उन्होंने अपनी दोस्त चोई के साथ मिलकर दक्षिण कोरिया की कई कंपनियों से धन उगाही भी की।

एक मामले में उन्होंने 130 करोड़ रुपए की रिश्वत ली। पार्क पर सजा के अलावा 110 करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। सजा के ऐलान के साथ ही पार्क दक्षिण कोरिया की ऐसी तीसरी नेता बन गई हैं, जिन पर राष्ट्रपति बनने के बाद भ्रष्टाचार के आरोप साबित हुए। उनसे पहले दो राष्ट्रपति चुन डू व्हान और रो ताए-वू भी पद के दुरुपयोग के मामले में कोर्ट से दोषी घोषित हो चुके हैं।

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लाइव टेलीकास्ट कर सुनाई गई पार्क को सजा
पार्क गुन 2013 में दक्षिण कोरिया की पहली महिला राष्ट्रपति बनी थीं। उन्हें एक साल पहले अपदस्थ कर दिया गया था। आरोपों के बाद वे ज्यादातर ट्रायल में उपस्थित नहीं हुईं। शुक्रवार को जब ट्रायल में जब पार्क नहीं पहुंची, तो सुनवाई को टीवी पर लाइव प्रसारित किया गया। जब पार्क को सजा सुनाई जा रही थी तो कोर्ट के बाहर उनक समर्थकों ने नारे लगाए- पार्क को आजाद करो। पार्क के पिता पार्क चुंग ही को दक्षिण कोरिया में ऐसे राष्ट्रपति के रूप में याद किया जाता है, जिसने अपने शासन के 18 साल में देश को कोरियाई युद्ध और गरीबी के दौर से बाहर निकाला था।

दुनिया में भ्रष्टाचार के 4 सबसे बड़े मामले
ये है इतिहास के सबसे बड़े भष्टाचार के मामले, जिसमें राष्ट्राध्यक्ष को देश निकाला तक मिला।

अल्बर्टो फुजीमोरी राष्ट्रपति पेरू (1990-2000) 
गबन: 4 हजार करोड़ रुपए
सजा- 25 साल जेल
अल्बर्टों जापानी मूल के थे। उनके शासन में हुआ गबन पेरू के इतिहास में सबसे बड़ा मामला था।

फर्डिनांड मार्कोस राष्ट्रपति फिलीपींस (1965-1986) 
गबन: 65 हजार करोड़ रुपए
सजा: देश निकाला
फर्डिनाण्ड मार्कोस को कोर्ट ने गबन का दोषी ठहराया। 23 हजार करोड़ की संपत्ति जब्त की गई।
पार्क गुन की ये तस्वीर पिछले साल की है, जब वे गिरफ्तार हुईं थीं।

अमोल्डो अलेमान राष्ट्रपति निकारागुआ (1997-2002) 
गबन: 650 करोड़ रुपए
सजा-20 साल जेल गबन पर कोर्ट ने 20 साल की सजा दी। 2009 में सुप्रीम कोर्ट ने कुछ शर्तों के साथ उन्हें छोड़ दिया।
पावलो लाजारेंको प्रधानमंत्री, यूक्रेन (1996-1997) 
गबन: 1300 करोड़ रुपए
सजा: 8 साल जेल
वे यूक्रेन के पांचवें पीाएम थेे। 1300 करोड़ का गबन कर विदेशों में एंपायर खड़ा किया।

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