भगोड़ो को भारत लाने में इतनी देरी क्यों? पहले आरोपी को लाने में लगें 23 साल

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नई दिल्ली: भारत में अपराध कर विदेश भाग गए आरोपियों के प्रत्यर्पण से जुड़ी सुनवाई में देरी को लेकर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को कड़ी फटकार लगाई। कोर्ट ने विदेश मंत्रालय के सचिव को समन के संकेत भी दिए। कोर्ट ने विदेश मंत्रालय से 15 दिसंबर तक जानकारी मांगी है। प्रत्यर्पण का सबसे ताजा और चर्चित मामला विजय माल्या का है।

माल्या को कब तक लाया जाएगा इस पर कुछ कहा नहीं जा सकता। क्योंकि ब्रिटेन से 24 साल पहले प्रत्यर्पण संधि हुई थी, फिर भी पहले आरोपी को लाने में 23 साल लग गए। आंकड़ों के मुताबिक भारत सरकार 14 साल में 62 आरोपियों को ला चुकी है। सबसे ज्यादा 17 आरोपियों का प्रत्यर्पण यूएई से और 9 का प्रत्यर्पण अमेरिका से किया गया।

ब्रिटेन में इन 5 प्रमुख आरोपियों के मामले पेंडिंग 
1.नदीमसैफी- गुलशन कुमार की हत्या में शामिल होने का आरोप। 1997 से लंदन में है। इसे ब्रिटिश नागरिकता भी मिल चुकी है। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में रहने की खबरें।
2.टाइगर हनीफ- दाऊद इब्राहिम का सहयोगी। गुजरात में 1993 के धमाकों का आरोपी। 3 साल से प्रत्यर्पण के कागजात ब्रिटेन के गृह सचिव के पास।
3.ललित मोदी- उद्योगपति और आईपीएल का संस्थापक। मनी लॉन्ड्रिंग, भ्रष्टाचार का आरोपी।
4.रवि शंकरन- पूर्व नौसेना कमांडर और हथियार डीलर। नौसेना वॉर रूम लीक मामले में जासूसी करने का आरोप है।
5.सुधीर चौधरी- हथियार डीलर और रक्षा सौदों में मध्यस्थ। इसके खिलाफ सीबीआई ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है।

भारत ने 45 आरोपियों को दूसरे देशों को सौंपा 
45लोग विदेशों में अपराध कर भारत में छुपे थे, जिन्हें भारत ने उन देशों को सौंप दिया जिन्होंने इनके प्रत्यर्पण की मांग की थी। इनमें से सबसे ज्यादा 24 अमेरिका को सौंपे गए हैं। जबकि 3 आरोपियों को ब्रिटेन को सौंपा गया है।

ब्रिटेन से पहला प्रत्यर्पण पिछले साल हुआ 
भारत और ब्रिटेन के बीच 1993 में प्रत्यर्पण संधि हुई थी। तब से लेकर अब तक पहले आरोपी को भारत लाने में 23 साल लग गए। इसमें मर्डर के मामले में सिर्फ एक आरोपी समीरभाई वीनूभाई पटेल को 19 अक्टूबर 2016 को प्रत्यर्पण कर भारत लाया गया था।

बाकी 13 आरोपियों को अलग-अलग अपराधों में प्रत्यर्पित कर लाया गया। 
भारत अलग-अलग अपराधों में जिन 62 लोगों को प्रत्यर्पित कर लाया है, उनमें सबसे ज्यादा 15 हत्या के आरोपी हैं। आतंकवाद के मामले में भी 9 आरोपी लाए गए हैं। माल्या जैसे या अन्य आर्थिक अपराधों के मामलों में 8 लोगों को लाया गया है।

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