ऐसे 10 देश, जहां होते हैं सबसे ज्यादा आतंकी हमले

0
536
इंटरनेशनल डेस्क- हाल ही में अमेरिका के लास वेगस स्ट्रिप पर चल रहे एक संगीत समारोह में हुई गोलीबारी में 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए। इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी ISIS ने ली है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ कि किसी आतंकी ने म्यूजिक शो को अपना निशाना बनाया है। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि आतंकवादी संगठन कहां-कहां तक फैले हुए और हमें मालूम भी नहीं। इस हमले के बाद द इंस्टिट्यूट ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पीस’ और ‘ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स’ ने आतंकवाद को लेकर जारी की गई रिपोर्ट में जानकारी दी है कि पूरी दुनिया में 2013 के बाद आतंकी हमलों की तादाद 80% तक बढ़ी है।
इन हमलों में मरने वालों की संख्या करीब 32600 हैं। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में 10 देशों का जिक्र किया है, जहां सबसे ज्यादा आतंकी हमले होते हैं। यानी अभी 10 देश है और आंतकवाद बड़ी तेजी के साथ पूरी दुनिया पर राज करने वाला है। आपको बता दें इस सूची में भारत का नाम सातंवे रैक पर है।
इराक- इस लिस्ट में सबसे ऊपर है इराक है। इसे दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में गिना जाता है। इस देश के 30% लोग आतंकवादी हमलों का शिकार होकर जान गवा चुके हैं। यहां इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड द लेवांटे (ISIL) का खौफ छाया रहता है।
अफगानिस्तान- दूसरे नंबर पर है अफगानिस्तान। अफगानिस्तान को तालिबान का घर कहा जाता है। यहां हर दूसरे दिन आतंकी हमलों की खबर मिलती रहती है। इस देश में 2012 से 2014 तक हुई मौतों में 75% की जिम्मेदारी तालिबान ने ली थी। यहां 10% पापुलेशन सुसाइड करती है तो 32% लोग आतंकी हमलों में मारे जाते हैं।
नाइजीरिया-तीसरे स्थान पर नाइजीरिया आता है। अफ़्रीकी देश नाइजीरिया में बोको हरम का खौफ रहता है। रिपोर्ट के मुताबिक, 2013 के बाद से आतंकी हमलों में मारे गए लोगों की संख्या में 300% की वृद्धि हुई है। 2014 में सबसे ज्यादा 5662 लोगों को आतंकियों ने मार डाला था। हालांकि, अब स्थिति थोड़ी सुधरी है।
पाकिस्तान- चौथे स्थान पर है पाकिस्तान। इस देश ने आतंकवादियों को पाला लेकिन अब वही इस देश में तबाही मचा रहे हैं। आतंकियों और पाकिस्तानी सेना का गठजोड़ किसी से छुपा नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक 2015 में इस देश में करीब एक हजार लोग और 100 सैनिक आतंकवादी हमलों में मारे गए थे।
सीरिया- पांचवा स्थान है सीरिया का। आए दिन सीरिया मीडिया पर छाया रहता है। इसका मुख्य कारण देश में ISIS का आतंक है। सीरिया सिविल वॉर से जूझ रहा है। आपको बता दें, 2011 से पहले ये देश शांतिपूर्ण देशों में शामिल किया जाता था। सिविल वॉर में अबतक 2 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
यमन- छठवें नंबर पर यमन। यमन पिछले 11 साल से सिविल वॉर से जूझ रहा है। 2011 में यहां की जनता गरीबी, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़कों पर उतर प्रदर्शन कर चुकी हैं। साल 2012 में आतंकी हमलों में हुई 372 मौतों के बाद राष्ट्रपति अली अब्दुल्ला सालेह को पद से हटा दिया गया था। साल 2015 में सिर्फ US ड्रोन अटैक में ढाई हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।
भारत- भारत आतंकी हमलों से कितनी बार दहला है। मुम्बई हमला, अक्षरधाम हमला, मुंबई सीरियल ब्लास्ट, मुंबई ट्रेन धमाका, भारतीय संसद पर हमला, जम्मू कश्मीर विधानसभा भवन पर हमला ऐसे कई आत्मघाती हमले हुए भारत पर। इस श्रेणी में भारत सातवें नम्बर पर है।
सोमालिया- आठवें स्थान सोमालिया। इस अफ्रीकी देश में किडनैपिंग, चोरी और डकैती का बहुत बड़ा बिजनेस है। सरकार यहां की समस्याओं के प्रति गैरजिम्मेदार है। अल-शबाब और अल कायदा जैसे आतंकी ग्रुप ने मिलकर इस देश में काफी बड़ी फौज तैयार की है। अप्रैल, 2015 में गरिस्सा यूनिवर्सिटी में हुए आतंकी हमलों में सरेआम 147 लोगों की गोली मार हत्या कर दी गई थी।
लीबिया- नौवें नंबर लीबिया। लीबिया में गद्दाफी के खिलाफ शुरू किए गए क्रांति के बाद लीबिया में कई आतंकी ग्रुप पैदा हुए हैं। इस देश में सरेआम हत्या की जाती है। पिछले सालों के मुकाबले लीबिया में आतंकी हमलों में 255% तक की बढ़त हुई है।
थाईलैंड- टूरिस्ट प्लेस थाईलैंड भी टॉप 10 में शामिल है। पिछले सालों के मुकाबले थाईलैंड में आतंकी हमलों का ग्राफ 16% बढ़ा है। यहां दो धर्मों के लोगों के बीच काफी तनाव होता रहता है।

अपनी रूचि के अनुसार खबरें पढ़ने के लिए Panchdoot के Homepage पर विजिट करें।

ये भी पढ़ें: 

रूचि के अनुसार खबरें पढ़ने के लिए यहां किल्क कीजिए

(खबर कैसी लगी बताएं जरूर। आप हमें फेसबुकट्विटर और यूट्यूब पर फॉलो भी करें)